Bageshwar: ग्लोबल वार्मिंग, जलवायु परिवर्तन व प्रदूषण पर जताई चिंता
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- डायट में कार्यशाला, वैश्विक समस्या पर गहन मंथन
सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर
जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान पर पर्यावरण संचेतना विषय पर कार्यशाला आयोजित की गई। जिसमें डायट फैकल्टी, डीएलएड प्रशिक्षु, वन विभाग के कार्मिकों ने प्रतिभाग किया। उन्होंने ग्लोबल वार्मिंग, जलवायु परिवर्तन, प्रदूषण और पानी के घटते स्तर पर चर्चा की। वैश्विक समस्या पर प्रस्तावित निदान पर मंथन किया।
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कार्यशाला का शुभारंभ प्रभागीय वनाधिकारी हिमांशु बागरी ने किया। उन्होंने कहा कि पर्यावरण सरंक्षण पर विशेष ध्यान देना है। वन मंत्रालय वर्तमान में पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के रूप में स्थापित किया गया है। औद्योगिक विकास को अवरुद्ध नहीं किया जा सकता है। वहीं वनों का अत्यधिक दोहन भी नहीं किया जा सकता है। जिसके लिए पर्यवारण के प्रति संचेतना एवं जानकारी आवश्यक है। वन विभाग ने पर्यावरण संरक्षण के लिए जिले में भावी योजनाएं बनाई हैं।डायट के प्रभारी प्राचार्य डा. शलैंद्र धपोला ने नवाचारी कार्यों की जानकारी दी।
मुख्य संयोजक डा. प्रेम सिंह मावड़ी ने कार्यशाला के उद्देश्यों, अपेक्षित परिणामों को रखा। पर्यावरण संचेतना, ग्लोवल वार्मिग, ओजोन परत क्षय जैसी वैश्विक समस्या के निदान और जीवन रक्षण के लिए आवश्यक बताया। वन क्षेत्राधिकारी श्याम सिंह करायत ने रिसोर्स पर्सन के रूप में बीजारोपण, पौधरोपण, पौधशाला, वन के संरक्षण की स्थानीय परिवेश को के बारे में जानकारी दी। इस दौरान सेवानिवृत्त रेंजर दामोदर जोशी, वन माली आनंद लाल, गार्ड भूपाल राम ने प्रशिक्षणार्थी को बीजारोपण के लिए मिट्टी, खाद, बजरी का अनुपात आदि का व्यवहारिक प्रशिक्षण दिया। इस मौके पर केपी चंदोला, डा. सीएम जोशी, डा. मनोज चैहान, रवि जोशी, संदीप जोशी, डा. बीडी पांडे, डा. दया सागर आदि मौजूद थे।