हल्द्वानी समाचार | उत्तराखंड वानिकि प्रशिक्षण अकादमी में आज रविवार को वन विभाग के पश्चिमि वृत के पांच डिविजन के अंतर्गत आने वाले वन्य कर्मियों को एक दिवसीय सांप-मगरमच्छ रेस्क्यू प्रशिक्षण दिया गया।
इस मौके पर मास्टर ट्रेनर ने सांपों की प्रजातियों और उन्हें पकड़ने की तकनीक बताने के साथ ही उनके सवालों के जवाब देकर जिज्ञासा शांत की। इस मौके पर सुशीला तिवारी अस्पताल के चिकित्सक डॉ. परमजीत सिंह ने भी सांप के काटने के बाद किस तरह का उपचार आदि दिया जाता है और क्या उपाय करने चाहिए इस संबंध पर विस्तार से जानकारी दी।
मौके पर उपस्थित तराई पूर्वी वन विभाग के डीएफओ संदीप कुमार ने बताया कि विभाग के इन कर्मियों द्वारा पिछले साल 2000 से ज्यादा सांप और 50 से ज्यादा मगरमच्छ रेस्क्यू किए गए हैं।
वहीं वन कर्मियों को आधुनिक संयंत्रों की जानकारी के साथ उन्हें और हाईटेक बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं ताकि प्रोफेशनल तरीके से वन्य जीवों को रेस्क्यू किया जा सके।