अल्मोड़ाः मिलेट्स जागरूकता रैली निकाली, श्री अन्न की जगाई अलख

सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ाः खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय, भारत सरकार एवं एसोचौम के सहयोग से जनपद में दो दिवसीय मिलेट्स कार्यक्रम आज संपन्न हुआ। मिलेट्स के…

मिलेट्स जागरूकता रैली निकाली, श्री अन्न की जगाई अलख

सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ाः खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय, भारत सरकार एवं एसोचौम के सहयोग से जनपद में दो दिवसीय मिलेट्स कार्यक्रम आज संपन्न हुआ। मिलेट्स के दूसरे दिन आज रघुनाथ सिटी मॉल से चौघानपाटा तक जागरूकता रैली निकाली गई। जागरूकता रैली में 200 स्कूली छात्र-छात्राओं व एनसीसी केडिटों ने हिस्सा लेकर लोगों को श्री अन्न के लाभों के बारे में जागरूक किया।

इस दौरान मुख्य विकास अधिकारी अंशुल सिंह ने कहा कि हमें मोटे अनाज को अपने दैनिक आहार में शामिल करना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह आहार पौष्टिकता के साथ-साथ हमें कई गम्भीर रोगों से निजात दिलाता है। उन्हांेने कहा कि आज पूरे विश्व में मोटे अनाजों को लेकर एक नई अलख जगी है। उन्होंने कहा कि भारत में श्री अन्न को लेकर लोगों में काफी उत्साह है।

उल्लेखनीय है कि खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय, भारत सरकार एवं एसोचौम के सहयोग से जनपद में गत बुधवार को उदयशंकर नाट्य अकादमी में दो दिवसीय मिलेट (श्री अन्न मेला) का शुभारंभ मुख्य अतिथि के रूप में सांसद अजय टम्टा ने फीता काटकर किया था। सांसद अजय टम्टा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में श्री अन्न (मिलेट्स) को दुनियाभर में लोकप्रिय बनाने के प्रयास हो रहे हैं और 2023 को पूरी दुनिया अंतर्राष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष के रूप में मना रही है। देश में वर्ष 2023 को ’’मिलेट्स ईयर’’ के रूप में मनाया जा रहा है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि लोक पर्वों एवं त्योहारों में श्री अन्न को अवश्य शामिल करें और कहा कि उत्तराखंड के लोगों को अपनी परंपरागत मोटे अनाज की खेती तरफ लौटना चाहिये।

इस मौके पर डीएम वन्दना से अपने संबोधन में कहा कि हमें मोटे अनाज को हमें अपने दैनिक जीवन लाना होगा। उन्होंने कहा कि आज मडुवे से पिज्जा, बिस्किट, मडुवे के मोमो, कैक आदि चींजे बनने लगी है। जिलाधिकारी ने कहा कि राज्य सरकार ने मडुवे का न्यूनतम प्रोत्साहन समर्थन मूल्य तय कर रखा है। उन्होंने कहा कि कृषि विभाग को इस वित्तीय वर्ष के लिये जनपद को दस हजार कुन्तल मडुवा एकत्र करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इस दौरान सहायक महासचिव एसोचौम डीएस राजोरा ने सम्बोधित करते हुए कहा कि कृषि क्षेत्र को आगे बढ़ाने के लिए खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय, भारत सरकार एवं एसोचौम बेहतर कार्य कर रहा है। उन्होंने मोटे अनाज की प्रसंस्करण प्रौद्योगिकी को आगे लाने पर जोर दिया। कार्यक्रम में विवेकानन्द पर्वतीय अनुसंधान संस्थान के प्रधान वैज्ञानिक डा. आरके खुल्बे, इंक्यूबेशन मैनेजर रूरल बिजनेस इनक्यूवेटर योगेश भट्ट ने भी विचार रखे।


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