अच्छी पहल: ‘हर हाथ एक हुनर’ मिशन बनाएगा ग्रामीण महिलाओं को आत्मनिर्भर, डा. प्रमोद नैनवाल की मुहिम से तालीम ले रही महिलाएं
सीएनई रिपोर्टर, रानीखेत (अल्मोड़ा)
पहाड़ को नशामुक्त बनाने, पलायन थामने और ग्रामीण क्षेत्रों की समस्याओं को दूर करने का लक्ष्य लेकर निकले लोकप्रिय वरिष्ठ नेता डा. प्रमोद नैनवाल अब ‘हर हाथ एक हुनर’ मिशन शुरू कर चुके हैं। मिशन का लक्ष्य है ग्रामीण महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना। इसी क्रम में उन्होंने गांव—गांव में महिलाओं के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रमों का श्रीगणेश किया है, ताकि प्रशिक्षण लेकर महिलाएं स्वरोजगार के जरिये आत्मनिर्भर बन सकें।
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उल्लेखनीय है कि डा. प्रमोद नैनवाल लंबे समय से ‘नशा हटाओ—पलायन रोको अभियान’ लेकर चल रहे हैं। जिसके तहत जागरूकता की अलख जगाकर समाज को नशामुक्त करने और पहाड़ से पलायन रोकने का प्रयास चल रहा है। अभियान के संयोजक डा. प्रमोद नैनवाल ने समाजहित की इस मुहिम के साथ ही अब ग्रामीण महिलाओं की स्थिति मजबूत करने की पहल शुरू की है। इसके लिए उन्होंने गांव—गांव में महिलाओं को सिलाई, कटिंग, कताई व कंप्यूटर प्रशिक्षण देने की ठानी है। बकायदा गांवों में यह प्रशिक्षण शुरू हो चुके हैं।
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रानीखेत—खैरना मोटरमार्ग से सटे ग्राम टूनाकोट व हल्दियानी में नि:शुल्क सिलाई प्रशिक्षण शुरू हो चुका है। जिसका शुभारंभ पिछले दिनों डा. प्रमोद नैनवाल ने किया। इसमें आसपास के गांवों की दर्जनों महिलाएं सिलाई की तालीम ले रही हैं। इसके बाद वह इसे स्वरोजगार के रूप में अपनाकर आत्मनिर्भरता की ओर कदम बढ़ायेंगी। जिसमें प्रशिक्षक सुमन देवी है। इसमें गांव की हेमा बिष्ट, कुंती महरा, सुनीता देवी, बबीता मेहरा, शालू मेहरा, रेनू महरा, हर्षिता महरा आदि कई महिलाएं हिस्सा ले रही हैं।