उ. डि. इंजीनियर्स महासंघ के आह्वान पर द्वितीय चरण के आंदोलन का शंखनाद
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📌 घटक संघों के लगभग 100 सदस्यों ने किया प्रतिभाग
सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा। उत्तराखंड डिप्लोमा इंजीनियर्स महासंघ की प्रांतीय कार्यकारिणी के निर्देश पर आज पुरानी पेंशन बहाली, वेतन विसंगति दूर करने सहित विभिन्न मांगों को लेकर महासंघ से संबद्ध समस्त घटक संगठनों ने यहां शक्ति सदन में धरना दिया।
महासंघ के मंडलीय अध्यक्ष एसएस डंगवाल एवं जनपद अध्यक्ष जीएस मनराल द्वारा विस्तार पूर्वक लंबित मांगों के संदर्भ में जानकारी दी गई। साथ ही विभिन्न चरणों के आंदोलनात्मक कार्यक्रमों से भी अवगत कराया।
उन्होंने कहा कि प्रमुख मांगों में सरकार द्वारा 17 दिसंबर, 2015 को जारी किये गये शासनादेश के अनुसार कनिष्क अपर सहायक अभियंता को 10 वर्ष की सेवा के पश्चात् सहायक अभियंता का ग्रेड वेतन 5400 दिये जाने। अपर सहायक अभियंता की वेतन विसंगति दूर करने। विभिन्न विभागों में कार्यरत समूह-ख अभियंताओं को कार अनुरक्षण भत्ता अनुमन्य किये जाने से संबंधित शासनादेश निर्गत किये जाने की मांग शामिल है।
उन्होंने कहा कि कनिष्ठ अभियंता/अपर सहायक अभियंता को अनुमन्य मोटर साईकिल/स्कूटर भत्ते की दरों का पुनरीक्षण कर शासनादेश वर्ष 2013 के बाद से अभी तक जारी नहीं किया गया है। संगठन की मांग है कि कनिष्ठ अभियंता को सेवा नियमावली में पदोन्नति की पात्रता के अनुसार तीन पदोन्नति/पदोन्नत वेतनमान अनिवार्य रूप से स्वीकृत किया जाए।
इसके अलावा पुरानी पेंशन की बहाली, पेयजल निगम तथा जल संस्थान का राजकीयकरण करते हुए एकीकरण किये जाने। कृषि विभाग एवं जिला पंचायत में भी AE/EE/SE के पद सृजित किये जाने की मांगें भी शामिल हैं।
पदाधिकारियों ने कहा कि लंबित मांगों के समर्थन में प्रथम चरण के आंदोलन के बाद आज बुधवार से द्विवतीय चरण के आंदोलन की शुरूआत की गई है। आज जनपद अल्मोड़ा के सभी घटक संघों के लगभग 100 सदस्यों द्वारा धरना कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। सभी ने आंदोलन को सफल बनाने का आह्वान किया। धरने की अध्यक्षता जीएस मनराल एवं संचालन जनपद सचिव प्रफुल्ल जोशी द्वारा किया गया।
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