बागेश्वर ब्रेकिंग : भतीजे ने ही लगाया फूफा को आठ लाख का चूना, रुपये अपने खातों में ट्रांसफर करके अमेजॉन से खरीदा लाखों का सामान, दोस्तों के खातों में भी भेजे रुपये
बागेश्वर। 19 साल के एक लड़के ने पहले तो सेना से सेवानिवृत्त हुए अपने फूफा का डेबिट कार्ड चोरी किया और उसके बाद उसे अमेजॉन से जोड़कर लाखों की खरीददारी कर दी। पुलिस ने खरीदा गया सारा सामान जब्त कर लिया है। नवयुवक पुलिस की हिरासत में है। एसपी बागेश्वर मणिकांत मिश्रा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके अब से कुछ देर पहले ही इस मामले का खुलासा किया। मिली जानकारी के अनुसार बागेश्वर कोतवाली के अंतर्गत आने वाले दफौट इलाके में 19 साल के एक लड़के ने जनवरी महीने से अब तक अपने फूफा के डेबिट कार्ड को चोरी करके आठ लाख का रूपए गायब कर दिए। इसमें स्कूटी से लेकर महंगी ब्रांडेड शराब, जिम के उपकरण, योगा का सामान और डीएसएलआर शामिल है।
इसके अलावा नवयुवक ने घर में उपयोग होने वाला मिक्सी से लेकर टेबल फैन और महंगे गद्दों की भी खरीदारी डेबिट कार्ड के माध्यम से की। पुलिस अधीक्षक मणिकांत ने अपनी ज्वाइनिंग के बाद से यह अब तक का सबसे बड़ा और अपने आप में अजीबो गरीब केस का खुलासा किया है। मिली जानकारी के अनुसार 18 सितंबर 2020 को मजियाखेत निवासी मधन सिंह टंगड़िया ने कोतवाली में आकर अपने बैंक खाते से 8 लाख रुपये की अवैध निकासी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। उनका कहना था कि उन्होंने किसी को कोई दस्तावेज या ओटीपी भी नहीं दिया। इस मामले को एसपी ने कोतवाली को जांच के लिए सौंपा, जहां से पुलिस के साइबर सेल ने कोतवाली पुलिस की मदद की।
जांच में पता चला कि मधन सिंह के बैंक खाते से एक ट्रांजेक्शन मालता दफौट निवासी राजेंद्र सिंह दफौटी के खाते में यूपीआई के माध्यम से हुई है। पुलिस ने जब राजेंद्र को ढूंढा तो पता चला कि 19 वर्षीय यह लड़का मधन सिंह की पत्नी के भाई का लड़का है। राजेंद्र दिसंबर महीने के आसपास उनके घर पर तीन महीने के लिए रहा था। फिर क्या था पुलिस ने राजेंद्र से सख्ती से पूछताछ की तो वह टूट गया। उसने बताया कि उसने अपने दोस्तों के खातों में भी रकम ट्रांसफर की थी, जो रुपये खाते से निकाल कर उसे वापस कर दिया करते थे। इस रकम से उसने अमेजॉन से महंगे-महंगे सामान की खरीददारी की। यह सामान उसके घर से बरामद कर लिया गया।
अब अमेजॉन ने बेचा गया सामान वापस लेने से साफ मना कर दिया है। दूसरी और मधन सिंह ने मीडिया से बातचीत में कहा कि उसने रिश्तेदार और गरीबी पर रहम खाकर राजेंद्र को अपने घर पर पानाह दी थी। उन्होंने बताया कि दो जनवरी से ही राजेंद्र उनके बैंक खाते से छेड़छाड़ करने लग गया था। उन्होंने आरोप लगाया है कि राजेंद्र के पिता व भाई ने भी उन्हें गुमराह किया जबकि राजेंद्र द्वारा खरीदाद गया सारा सामान उनके घर से ही बरामद हुआ है।
उधर एसपी मिश्रा ने बताया कि राजेंद्र के कमरे से बरामद सामान की कीमत साढ़े तीन लाख के आसपास है। पुलिस ने राजेंद्र व जिन बैंक खातों में रुपये डाले थे उन्हें सीज कर दिया गया है। राजेंद्र के पास भी लगभग 18 हजार रुपये नगद बरामद हुए हैं। उसके खाते में 22 हजार रुपये है। जो सीज कर दिए गए हैं। उन्होंने सीओ कपकोट, एसओजी और कोतवाली की टीम की इस खुलासे पर पीठ थपथपाई।