सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा
सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय अल्मोड़ा के कुलपति प्रो. एनएस भंडारी द्वारा चलाए गए ‘क्लीन कैंपस-ग्रीन कैंपस’ अभियान अब सोबन सिंह जीना परिसर में गति पकड़ने लगा है। आज रविवार को कुलपति प्रो. एनएस भंडारी की अगुवाई में कैंपस के जंतु विज्ञान विभाग परिसर में स्वच्छ्ता अभियान चला।
मालूम हो कि भारत सरकार व राज्य सरकार द्वारा विश्वविद्यालयों में स्वच्छता एवं हरियाली जैसे कार्यक्रमों को प्रोत्साहन दे रही है। ऐसे कार्यक्रमों में नैक मूल्यांकन में भी अलग रैंकिंग दी जाती है। इसी के आधार पर विश्वविद्यालयों को विश्वविद्यालय अनुदान आयोग से वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है। सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय अल्मोड़ा के कुलपति प्रो. एनएस भंडारी ने कार्यभार ग्रहण करने के बाद विवि व एसएसजे कैंपस के अंतर्गत अभियान के अंतर्गत ‘क्लीन कैंपस-ग्रीन कैंपस’ कार्यक्रम शुरू किया। जिसके तहत कैंपस को साफ सुथरा बनाने के लिए समय—समय पर स्वच्छता अभियान चला है। इसके साथ ही हरा भरा बनाने की योजना बनाई जा रही है। धीरे—धीरे इस अभियान का असर भी दिखने लगा है। अभियान के लिए योग विभागाध्यक्ष डॉ. नवीन भट्ट को संयोजक बनाया गया है जबकि डॉ. ममता असवाल, डॉ. ममता पंत व देवेंद्र बिष्ट को सदस्य नामित किया गया है।
इसी क्रम में आज रविवार को कुलपति प्रो. एनएस भंडारी की अगुवाई में एसएसजे कैंपस के जंतु विज्ञान विभाग में स्वच्छ्ता अभियान चला। जिसके तहत झाड़ी उन्मूलन व प्लास्टिक कूड़ा हटाने का कार्य हुआ। इस मौके पर कुलपति ने कहा कि स्वच्छता से परिसर में स्वस्थ्य वातावरण का निर्माण होगा। उन्होंने कहा कि ‘क्लीन कैंपस-ग्रीन कैंपस’ अभियान हेतु विश्वविद्यालय को बजट आवंटित किया जायेगा। अभियान के संयोजक डॉ. नवीन भट्ट ने बताया कि अभियान के प्रथम चरण में स्वच्छता अभियान चल रहा है। तत्पश्चात ग्रीन कैंपस, जल-प्रबंधन, कूड़ा प्रबंधन, सौर ऊर्जा, बागवानी जैसे अनेक कार्यक्रम नये आयाम स्थापित करेंगे। एनएसएस प्रभारी व अभियान की सदस्य डॉ.
ममता असवाल ने बताया कि अभियान गति पकड़ रहा है, जो अच्छा संकेत है। कार्यक्रम में स्वयं कुलपति प्रो. भंडारी समेत रजनीश जोशी, गिरीश अधिकारी, हिमालय सिंह ठाकुर, ललिता कोठारी, तारा सिंह, भावना कांडपाल, हिमांशु वर्ती, पूनम आर्या, डॉली भंडारी, भावना पांडेय, खुशबू गुप्ता व हर्षित तिवारी आदि उपस्थित रहे।