विद्यालय में नामांकन व गुणवत्ता के लिए अहम भूमिका निभाएं शिक्षक : एचबी चंद
- डाइट में एसएमसी व एसएमडीसी के संदर्भदाताओं के तीन दिवसीय प्रशिक्षण का समापन
सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा
मुख्य शिक्षा अधिकारी एचबी चंद ने कहा कि विद्यालयों में नवाचारी कार्यक्रमों को बढ़ावा देने की आवश्यकता है। उन्होंने शिक्षकों और समुदाय का आह्वान किया कि वे विद्यालय में नामांकन ठहराव व गुणवत्ता संवर्धन के लिए अपनी अहम भूमिका निभाएं।
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सीईओ चंद यहां जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान में सामुदायिक शिक्षा के अंतर्गत एसएमसी व एसएमडीसी के संदर्भदाताओं के तीन दिवसीय प्रशिक्षण को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने आज इस शिविर का समापन किया, जबकि इससे पूर्व प्रशिक्षण का शुभारंभ डाइट प्राचार्य डॉ. राजेंद्र सिंह द्वारा किया गया था।
इस तीन दिवसीय प्रशिक्षण में विद्यालय प्रबंधन समिति की संरचना व उनके कार्य दायित्व तथा नई शिक्षा नीति के अंतर्गत समुदाय की भागीदारी, विद्यालय विकास योजना, विद्यालय सुरक्षा, बालिका शिक्षा, समावेशित शिक्षा, कोविड-19 से बचाव के उपाय, सरकार द्वारा राजकीय विद्यालयों को दी जाने वाली विभिन्न प्रकार की योजनाओं, नवचारी कार्यक्रमों आदि कार्यक्रमों पर विस्तृत रूप से चर्चा की गई।
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मुख्य शिक्षा अधिकारी एचबी चंद ने कहा कि विद्यालयों में नवाचारी कार्यक्रमों को बढ़ावा देने के प्रयास होने चाहिए। डाइट प्राचार्य डॉ. राजेंद्र सिंह ने कहा कि शिक्षकों को समुदाय के साथ मिलकर प्रशिक्षण को प्रभावी बनाने की आवश्यकता है। डॉ. सिंह ने कहा कि विद्यालयों में छात्रों, अभिभावकों व शिक्षकों को मिलकर वातावरण सर्जन करने की आवश्यकता है। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के समन्वयक गोपाल सिंह गैड़ा ने कहा कि शिक्षकों को समुदाय की मांग के आधार पर स्वयं व अपने विद्यालय को रूपांतरित करने की आवश्यकता है। श्री गैड़ा ने कहा कि वर्तमान प्रशिक्षण मे राज्य परियोजना कार्यालय द्वारा विभिन्न प्रकार के वीडियो उपलब्ध कराए जा रहे हैं, जिससे प्रशिक्षण में रोचकता बनी रहेगी।
समग्र शिक्षा अभियान के समन्वयक एम.पी. आर्य ने कहा कि सम सामुदायिक शिक्षा के अंतर्गत होने वाले संकुल स्तरीय प्रशिक्षण को स्कूल या इंटर कॉलेजों में संपन्न कराया जाएगा। राज्य स्तर के अधिकारी इस प्रशिक्षण का अनुश्रवण करेंगे। प्रशिक्षण के संदर्भ दाता नवीन चंद्र जोशी ने प्रशिक्षण कार्यक्रम की महत्ता व प्रशिक्षण के माध्यम से राजकीय विद्यालयों की विश्वसनीयता कायम रहने पर जोर दिया। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में जनपद के सात विकासखंडों के संकुल प्रभारी व शिक्षकों द्वारा प्रतिभाग किया गया। प्रशिक्षण कार्यक्रम में संदर्भ दाता के रूप में डॉ. हेम जोशी, कामाक्षा मिश्रा, डॉ बीसी पांडे, डॉ. प्रभाकर जोशी, पीसी पांडे, हरीश चंद्र पांडे, नायला अमान, मोहन सिंह नेगी, प्रकाश चंद जोशी, अनीता आदि ने विचार व्यक्त किए।