सीएनई रिपोर्टर
अगर आपके फेसबुक पर किसी अंजाम महिला की friend request आती है तो सावधान हो जाइये, क्योंकि इन दिनों इस तरह के मामले लगातार प्रकाश में आ रहे हैं, जहां कोई महिला पहले फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजती है। जब लोग उसे Accept कर लेते हैं तो फिर चेट पर मोबाइल नंबर मांगा जाता है।
नंबरों का आदान—प्रदान होने के बाद महिला अश्लील वीडियो और Whatsapp chat शुरू कर देती है। फिर Victim के वीडियो और चैट महिला द्वारा सेव कर लिये जाते हैं। उसके बाद इन सब चैट को सोशल मीडिया में Viral करने की धमकी देकर वह रूपयों की मांग करने लगती है। ऐसे एक नही दर्जनों मामले प्रदेश के विभिन्न जनपदों में पुलिस के सामने आ चुके हैं।
हरिद्वार के Senior Superintendent of Police Senthil Avudai Krishnaraj.S. ने कहा कि social media पर अंजान लोगों से दोस्ती करने से बचना चाहिए। कोशिश करें कि कोई अंजाम Whatsapp call भी रिसीव नहीं करें। social media पर चल रहे इस तरह के गिरोह पर हरिद्वार पुलिस काम कर रही है। जल्द ही बड़ी कार्रवाई की जाएगी।
अब आपको यह बताते हैं कि SSP ने ऐसा क्यों कहा कि सोशल मीडिया पर अंजान लोगों से बचने का प्रयास करें। इसके पीछे वजह यह है कि अब तक कई ऐसे मामले पुलिस के पास पहुंच चुके हैं, जहां बहुत से लोग एक ही तरह से Blackmailer woman के झांसे में आ चुके हैं।
हाल में हरिद्वार के एक कारोबारी ने पुलिस में किसी अज्ञात महिला के खिलाफ उन्हें ब्लैक मेल करनी की रिपोर्ट दर्ज कराई है। जिसमें बताया गया है कि दोस्ती करने के बाद महिला ने अश्लील वीडियो चैट के स्क्रीन शॉट ले लिया। अब उन्हें ब्लैकमेल कर रही है।
वहीं रानीपुर कोतवाली क्षेत्र के एक बुजुर्ग के साथ भी ऐसा ही कुछ घटना है। उसका भी यही कहना है कि कोई महिला उसे ब्लैक मेल कर रही है। उसकी Whatsapp chat को सार्वजनिक करने की धमकी दी जा रही है तथा इसके एवज में रूपये मांग रही है। ज्वालापुर कोतवाली क्षेत्र में भी एक बुजुर्ग ने किसी अज्ञात महिला पर अश्लील चैट कर उन्हें Blackmail करने का आरोप लगाते हुए तहरीर दी है।
इसी तरह के अन्य मामले भी उत्तराखंड के विभिन्न जनपदों से आ रहे हैं। तमाम जिलों में पुलिस कप्तानों ने आम जनता से सावधान रहने की अपील पहले ही जारी की है।
इधर अल्मोड़ा जनपद में भी विगत वर्ष इसी तरह के मामले प्रकाश में आये थे। राजस्व क्षेत्र अंतर्गत महिलाओं द्वारा सोशल मीडिया में ब्लैक मेलिंग की घटना की जानकारी मिलने पर तब एसएसपी द्वारा आम जनता से जागरूक रहने की एक सार्वजनिक अपील भी जारी की थी।
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एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि इस तरह के अधिकांश मामलों में तो लोग कोतवाली तक पहुंचते ही नही हैं। जिसका सबसे बड़ा कारण यह होता है कि वह अपनी सामाजिक बदनामी से डर जाते हैं और चुपचाप Black mailer को उसके द्वारा मांगी गई रकम भी दे देते हैं। इस तरह की कोई घटना होने पर ब्लैक मेलर को एक भी पाई नही देनी चाहिए और सीधे संबंधित थाना कोतवाली अथवा पुलिस चौकी में रिपोर्ट दर्ज करानी चाहिए।
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