सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर
बुधवार को गरूड़ क्षेत्र की महिलाओं ने तहसील परिसर पर नारेबाजी के साथ जोरदार प्रदर्शन किया। उन्होंने बताया कि श्रम विभाग ने उन्हें बुलाया था, लेकिन कार्यालय पर ताला डालकर अधिकारी गायब हैं। श्रमिकों का मजाक बनाया जा रहा है। विभाग किसी एक नेता के इशारे पर काम कर रहा है। जिसका खामियाजा सरकार को आगामी विधानसभा चुनाव में भुगतने को तैयार रहना होगा।
कांग्रेस नेता रंजीत दास के नेतृत्व में गरुड़ क्षेत्र की महिलाएं वाहनों के जरिए जिला मुख्यालय पहुंची। यहां तहसील गेट के पास नारेबाजी के साथ प्रदर्शन किया। महिलाओं का कहना है कि सरकार ने श्रमिकों के लिए कंबल व छतरी दी है, लेकिन विभागीय अधिकारी मनमानी पर उतर आए हैं। उन्होंने रजिस्टर्ड श्रमिकों को आज तक सामग्री नहीं मिल पाई है, जबकि कई जगह विधायक चंदन राम दास के निर्देश पर अवकाश के दिन भी सामग्री बांटी गई। इससे जरूरतमंद लोगों को आज तक योजना का लाभ नहीं मिल पाया है।
उन्होंने प्रशासन से मामले की जांच कर योजना का लाभ दिलाने की मांग की है। कहा कि वह पहले श्रम विभाग कार्यालय गए। वहां उन्हें बुलाया गया था और कार्यालय पर ताला लगा हुआ है। इस दौरान बिशन नाथ, सुंदर नाथ हीरादेवी, आशा रावत, हेमा देवी, अनिता देवी, भगवती देवी, दीपा देवी, रमा देवी, बसंती देवी,मंजू गोस्वामी, हेमा चौबे, मोहन राम आदि मौजूद थे। सामान की मांग करने वाले गरुड़ क्षेत्र के पय्या, छटिया, स्याली सटेट, दयोडस्टेट, पिंगलों, घेटी बिलकोट, कुलाऊ आदि गावों की महिलाओं ने प्रदर्शन में भागीदारी की