सीएनई रिपोर्टर, रानीखेत
नियमित नियुक्ति, 21 हजार मासिक वेतन सहित विभिन्न लंबित मांगों को लेकर आशा कार्यकर्तियों ने आज विशाल जुलूस निकाला और संयुक्त मजिस्ट्रेट कार्यालय में धरना देकर अपने आक्रोश का इजहार किया।
पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत शुक्रवार को उत्तराखंड आशा हेल्थ वर्कस यूनियन के बैनर तले तमाम आशा कार्यकर्ती रानीखेत पहुंची। जहां उन्होंने मुख्य माल रोड पर नारेबाजी के साथ जुलूस निकाला। इसके बाद यह जुलूस संयुक्त मजिस्ट्रेट कार्यालय रानीखेत में धरने में तब्दील हो गया। ताजा खबरों के लिए WhatsApp Group को जॉइन करें 👉 Click Now 👈
यहां हुई सभा में वक्ताओं ने शासन से आशा वर्करों को सरकारी करने, न्यूनतम वेतन 21 हजार का देने, सेवानिवृत्ति पर पेंशन देने, आशाओं को ड्यूटी, समय, दुर्घटना, बीमारी आदि के लिए कम से कम 10 लाख का मुआवजा देने, कोरोना ड्यूटी पर मृत आशा वर्करों हेतु 50 लाख का बीमा कराने तथा अस्पताल में सम्मानजनक व्यवहार किये जाने की मांग की। इस मौके पर अखिल भारतीय किसान महासभा के प्रदेश अध्यक्ष आनंद सिंह नेगी ने धरनास्थल आकर आंदोलन को समर्थन देने की घोषणा की।
इस मौके पर अध्यक्ष कमला जोशी, उपाध्यक्ष बीना आर्या, कोषाध्यक्ष भावना बिष्ट, गीता सजवान, मंजू चौधरी, शोभा पंत, कुसुम जोशी, जया जोशी, लीला रावत, दीपा आर्या, दीपा सती, सरोज चौधरी, गरिमा साह, हीरा नेगी, नंदी पपनै, दीपा पपनै, मंजू नेगी, कला नयाल, शांति चौधरी, पुष्पा तिवारी, उमा पांडे, दीपा बिष्ट, शांति रावत, विमला देवी आदि बड़ी संख्या में आशा वर्कर मौजूद रहीं। आज हुए इस प्रदर्शन में भिकियासैंण, द्वाराहाट, ताड़ीखेत, स्याल्दे, रानीखेत आदि ब्लाकों से आई आशा हेल्थ वर्कर्स ने शिरकत की। ताजा खबरों के लिए WhatsApp Group को जॉइन करें 👉 Click Now 👈
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