— एनएसएस के विशेष शिविर में बाड़ेछीना पहुंचे कुलपति
सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा: स्वयंसेवक का आचरण व व्यक्तित्व ही राष्ट्र के भविष्य की आधारशिला होती है। प्रत्येक स्वयंसेवक राष्ट्र निर्माण की महत्वपूर्ण इकाई है। यह बात सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय अल्मोड़ा के कुलपति प्रो. जगत सिंह बिष्ट ने कही। प्रो. बिष्ट आज बाड़ेछीना में चल रहे विशेष एनएसएस शिविर में पहुंचे।
अटल उत्कृष्ट राजकीय इंटर कॉलेज बाड़ेछीना में चल रहे एसएसजे परिसर अल्मोड़ा के राष्ट्रीय सेवा योजना की तीन इकाइयों का संयुक्त सात दिवसीय शिविर के चतुर्थ दिन बौद्धिक सत्र में सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय अल्मोड़ा के कुलपति प्रो. जगत सिंह बिष्ट, अधिष्ठाता प्रशासन प्रो. पीएस बिष्ट, अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो. इला शाह व सहायक परीक्षा नियंत्रक डा. डीएस बिष्ट पहुंचे। जहां कुलपति समेत सभी अतिथियों शाल ओढ़ाकर स्वागत हुआ और कार्यक्रम अधिकारी डा. डीएस धामी ने अतिथियों का परिचय कराया।इस मौके पर अपने संबोधन में कुलपति प्रो. जगत सिंह बिष्ट ने स्वयंसेवियों को एनएसएस के प्रतीक चिन्ह के बारे में विस्तृत जानकारी दी और राष्ट्र निर्माण में उनकी भूमिका का भान कराया। उन्होंने कहा कि प्रत्येक स्वयंसेवक राष्ट्र निर्माण की महत्वपूर्ण इकाई है, उसका व्यक्तित्व एवं आचरण ही राष्ट्र के सुदृढ़ एवं सफल भविष्य की आधारशिला होता है।
इस मौके पर अधिष्ठाता प्रशासन प्रो. पीएस बिष्ट ने प्रतिभागी स्वयंसेवीयों को उनकी दिनचर्या से अवगत कराया तथा उनके कर्तव्यों के प्रति जागरूक किया। अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो. इला शाह ने स्वयंसेवियों के कार्यों की सराहना की तथा उन्हें प्रेरणात्मक कार्यों के लिए प्रेरित किया। सहायक परीक्षा नियंत्रक डॉ. डीएस बिष्ट से स्वयंसेवकों को अनुशासन नैतिकता व आत्म संयम आदि गुणों को अपने चरित्र में उतारने का आह्वान किया। अंत में कार्यक्रम अधिकारी डॉ. रविंद्र नाथ पाठक ने समस्त अतिथियों का आभार जताते हुए कहा कि स्वयंसेवी व्यक्ति निर्माण से राष्ट्र निर्माण की आधारभूत संरचना को दृष्टिगत रखते हुए राष्ट्रीय सेवा योजना के उद्देश्य की पूर्ति तथा अपने सर्वांगीण विकास के लक्षण में सफलता प्राप्त करेंगे।
सभा का संचालन वरिष्ठ स्वयंसेवी शालिनी तिवारी ने किया। सत्र के पश्चात समस्त अधिकारियों द्वारा शिविर के आवास स्थलों व भोजन निर्माण स्थल का निरीक्षण किया गया तथा समस्त व्यवस्थाओं को संतोषजनक पाया गया। इसके उपरांत समस्त आगन्तुकों द्वारा स्वयंसेवियों के साथ ही भोजन भी ग्रहण किया गया। सभा में कार्यक्रम अधिकारी डॉ. प्रेमा खाती, सहायक कार्यक्रम अधिकारी डॉ. लक्ष्मी वर्मा, कार्यक्रम सहायक नंदन सिंह, जितेंद्र कुमार, राहुल जोशी, नवनीत धर्मशक्तु, सुरेंद्र धामी, पारस बिष्ट, गीता तिवारी, अंजलि, श्रुति आदि सभी स्वयंसेवी उपस्थित रहे।