नारायण सिंह रावत
सितारगंज। उत्तराखंड के किसानों से धान खरीद के नाम पर खेल हो रहा है। मंडी में आये किसान कई दिनों से धान लेकर पड़े हैं। लेकिन खरीद नहीं हो रही है। किसानों का आरोप है कि विपणन विभाग के कांटों पर उत्तराखंड के किसानों की खतौनी लगाकर यूपी के किसानों से धान ख़रीद की जा रही है। सितारगंज मंडी में विपणन विभाग की ओर से दो कांटे लगाए गए हैं। विपणन अधिकारी और वरिष्ठ विपणन अधिकारी को 35-35 हजार क्विंटल धान खरीद का लक्ष्य मिला है। विपणन अधिकारी ने दावा किया कि 159 किसानों से करीब 15 हजार क्विंटल धान ख़रीदा गया है। जबकि वरिष्ठ विपणन अधिकारी का दावा है कि 117 किसानों से 11821.7 क्विंटल धान खरीदा गया है। बताया जा रहा है कि इसमें से 10 हजार क्विंटल धान का उठान राइस मिल मालिकों ने कर लिया है।
इधर, मंडी में धन बेचने आये किसान परेशान है। एक किसान ने आरोप लगाया कि वह करीब एक सप्ताह से मंडी में धान लेकर आया है। लेकिन खरीद नहीं हो रही है। आरोप है कि विपणन विभाग के कांटों पर यूपी के किसानों का धान खरीदा जा रहा है। किसान के मुताबिक यूपी के किसान उत्तराखंड की खतौनी लगाकर विपणन विभाग के कांटों पर धान बेच रहे हैं। जबकि उत्तराखंड के किसानों को धान बेचने के लिए भटकना पड़ रहा है।
राइस मिलरों का आरोप धान में टूटन की समस्या
राइस मिलरों का आरोप है कि इस बार सरकारी धान में टूटने की समस्या अधिक है। कहा कि सरकार के दबाव में वह धान का उठान कर रहे हैं। लेकिन उनको नुकसान हो रहा है।