सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर
सरकारी गल्ला विक्रेताओं की हड़ताल शुक्रवार को भी जारी रही। उन्होंने राधाकृष्ण मंदिर परिसर पर धरना दिया और नारेबाजी की। उन्होंने कहा कि ढुलान का भाड़ा, विक्रेताओं को मानदेय नहीं मिल सका है। उनके साथ अन्याय हो रहा है। उन्होंने शीघ्र लंबित मांगों का निराकरण करने की मांग की।
जिलाध्यक्ष गणेश सिंह रावत के नेतृत्व में सस्ता गल्ला विक्रेताओं ने धरना दिया। सरकार के खिलाफ नरेबाजी की। उन्होंने कहा कि गल्ला विक्रेताओं ने निश्चित मानदेय दिया जाए। ताकि वह राशन वितरण को आगे भी जारी रख सकेंगे। उन्होंने एनएफएसए का अंत्योदय के बराबर लाभांश देने और लाभांश को बढ़ाकर 200 रुपये प्रति कुंतल करने की मांग की। कहा कि विक्रेताओं को प्रति माह दुकान का किराया भी मिलना चाहिए। इसके अलावा स्टेशनरी, इंटरनेट का खर्चा देने, पिछले दो वर्षों से कोरोना काल में बांटे गए मुफ्त राशन का लाभांश और भाड़ा जल्द देने, प्रत्येक गोदाम पर छोटे इलक्ट्रॉनिक तराजू के स्थान पर धर्मकांटा लगाने और गोदाम से दुकानों तक का भाड़ा बढ़ाने की मांग भी की।
उन्होंने कहा कि जब तक सरकार उनकी इन जायज मांगों को गंभीरता से विचार कर पूरा नहीं करती तब तक विक्रेता न तो राशन उठाएंगे और नहीं वितरण करेंगे। इस मौके पर कोषाध्यक्ष नवीन आर्या, संतोष कांडपाल, प्रेम सिंह, शेर राम, नवीन चंद्र भट्ट, गोविंद सिंह शाही, त्रिलोक, महेश शाही आदि मौजूद थे।