- डायट में तीन दिनी क्रियात्मक शोध कार्यशाला का समापन
सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा
जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान अल्मोड़ा में तीन दिन चली ‘बुनियादी साक्षरता व संख्यात्मक ज्ञान’ पर आधारित क्रियात्मक शोध कार्यशाला आज संपन्न हो गई है। इसका समापन करते हुए डाइट के प्राचार्य जीजी गोस्वामी ने शिक्षकों को संबोधित करते हुए कहा कि विद्यालय में आ रही तात्कालिक समस्याओं के समाधान के लिए क्रियात्मक शोध आवश्यक है। उन्होंने शिक्षकों का आह्वान किया कि वे छात्रों में बुनियादी साक्षरता एवं संख्यात्मक ज्ञान के जरिये दक्षता प्राप्त करना सुनिश्चित करें।
डाइट के कार्यक्रम समन्वयक गोपाल सिंह गैड़ा ने कहा कि विद्यालयों में गुणवत्ता संवर्धन के लिए नई शिक्षा नीति 2020 के तहत फाउंडेशनल लिटरेसी एंड न्यूमरेसी पर आधारित ज्ञान से विद्यालयों के गुणवत्ता संवर्धन में वृद्धि होगी। श्री गैड़ा ने बताया कि कार्यशाला में 11 विकासखंडों के नवनियुक्त 45 शिक्षकों द्वारा प्रतिभाग किया गया। कार्यशाला में विद्या सेतु तथा राष्ट्रीय व राज्य उपलब्धि सर्वेक्षण के आंकड़ों पर भी प्रकाश डाला गया। कार्यशाला में मुख्य संदर्भ दाता डॉ. दीपा जलाल ने कहा कि शिक्षकों को विद्यालय के प्रति ईमानदार और कर्तव्यनिष्ठ होने की आवश्यकता है। डॉ. जलाल ने कहा कि शिक्षकों को शिक्षण के क्षेत्र में आ रही समस्याओं के लिए क्रियात्मक अनुसंधान करने की आवश्यकता है।
डॉ. प्रकाश पंत ने आंकलन के विभिन्न बिंदुओं पर प्रकाश डाला। डॉ. बीसी पांडे ने विद्यालय स्तर पर वातावरण सृजन पर विशेष जोर दिया। इस मौके पर अनुष्का, प्रकाश रानी, रश्मि कालाकोटी, राकेश पांडे, महेंद्र सिंह भंडारी, डॉ. पीसी पंत, पुष्पा बोरा, अशोक बनकोटी, ललित मोहन पांडे, डॉ. हरीश जोशी सहित आदि प्रोक्ता व शिक्षक उपस्थित थे। कार्यशाला का संचालन जीएस गैड़ा ने किया।