बागेश्वर : सरकार की बेरोजगार विरोधी नितियों पर फूटा युवा कांग्रेस का गुस्सा

बागेश्वर। युवा कांग्रेस की जिला इकाई ने वैश्विक महामारी कोविड-19 के दौरान राज्य व केंद्र सरकार की गलत नीतियां लागू करने के आरोप लगाते हुए…

बागेश्वर। युवा कांग्रेस की जिला इकाई ने वैश्विक महामारी कोविड-19 के दौरान राज्य व केंद्र सरकार की गलत नीतियां लागू करने के आरोप लगाते हुए प्रदर्शन व धरना दिया। बाद में युवा कांग्रेस ने प्रदेश के राज्यपाल बेबी रानी मौर्य को ज्ञापन भेजकर सरकार पर गलत नीतियों को वापस लेने के लिए आग्रह किया है। ज्ञापन में कहा गया है कि उत्तराखंड राज्य सरकार द्वारा स्टाफ नर्स के 1238 पदों पर विज्ञापन निकाला गया है जिसके लिए उत्तराखंड अधीनस्थ नर्सिंग सेवा नियमावली में संशोधन किया गया है। इसके फलस्वरूप अभ्यर्थियों से नर्सिंग सेवा में आवेदन करने के लिए आवश्यक योग्यता में प्रशिक्षण के बाद 1 साल तक 30 बेड के चिकित्सालय में कार्य का अनुभव मांगा गया है जो कि अनुचित है क्योंकि प्रदेश में गिने-चुने चिकित्सालयों में 30 बेड उपलब्ध हैं। जिस कारण प्रशिक्षण प्राप्त युवक-युवतियां अहर्ता रखते हुए भी भर्ती प्रक्रिया से बाहर हो गए हैं। लगातार 9 वर्षों से राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत सैकड़ों कर्मचारी संविदा के तौर पर एएनएम और जीएनएम पदों पर कार्यरत रहे हैं वर्षों से नियमितीकरण का इंतजार कर रहे हैं ज्ञापन में राज्यपाल से आग्रह किया गया है कि इन संविदा कर्मियों को समायोजित किया जाना नितांत आवश्यक है क्योंकि कोविड-19 जैसी वैश्विक महामारी में भी इन लोगों ने अपनी छुट्टियों की आहुति देकर आम जनता के लिए अपनी सेवाएं जारी रखी। ज्ञापन में आगे कहा गया है कि स्टाफ नर्स के 1238 पदों में आवेदन के लिए 1 साल के अनुभव के साथ फार्म 16 की शर्त रखी गई है परंतु वर्तमान स्थिति यह है कि शर्त के कारण उत्तराखंड के छोटे अस्पतालों में काम करने वाले युवा अपने ही राज्य की नौकरी के लिए आवेदन नहीं कर पा रहे हैं क्योंकि देहरादून, हरिद्वार, उधमसिंह नगर व नैनीताल को छोड़कर कहीं भी 30 बेड निजी चिकित्सालय उपलब्ध नहीं है यदि कहीं है भी तो वह फार्म 16 नहीं देते क्योंकि उनकी अपनी मजबूरियों के कारण अधिकांश युवा अहर्ता रखते हुए भी बेरोजगार ही रह जाएंगे। ज्ञापन में कहा गया है कि राज्य के मेडिकल कॉलेज व सरकारी अस्पतालों में लंबे समय से खाली चल रहे नर्सों के 2,000 से अधिक पदों के सापेक्ष 1238 पदों पर भर्ती निकालना निंदनीय है क्योंकि राज्य में 15,000 से अधिक नर्सिंग पासआउट युवा इन भर्तियों का इंतजार कर रहे थे जबकि स्थिति यह है कि राज्य में सरकारी मेडिकल कॉलेज की स्थापना के बाद से नर्सिंग के पद अब तक नहीं भरे गए हैं। धरना प्रदर्शन और ज्ञापन सौंपने वालों में युवा कांग्रेस के जिला अध्यक्ष रवि जोशी, नगर अध्यक्ष रोहित खैर, ब्लॉक अध्यक्ष पंकज परिहार, अंकुर उपाध्याय, ईश्वर पांडे व उमेश पांडे आदि शामिल थे।

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