दीमक की तरह मनुष्य को धीरे-धीरे खत्म कर देता है नशा : पंकज रावत

✒️ एंटी ड्रग सेल द्वारा आयोजित गोष्ठी बागेश्वर। जिला चिकित्सालय के मनोवैज्ञानिक पंकज रावत ने कहा कि आज की युवा पीढ़ी नशे को अपना फैशन…

✒️ एंटी ड्रग सेल द्वारा आयोजित गोष्ठी

बागेश्वर। जिला चिकित्सालय के मनोवैज्ञानिक पंकज रावत ने कहा कि आज की युवा पीढ़ी नशे को अपना फैशन समझने लगा है, जो ना केवल उनके लिए नुकसानदायक है बल्कि समाज के लिए भी चिंताजनक है। श्री रावत डिग्री कालेज बागेश्वर में एंटी ड्रग सेल द्वारा आयोजित गोष्ठी में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे।

इस अवसर पर उन्होंने कहा कि नशे से मानसिक, सामाजिक व पारिवारिक स्तर पर बुरा असर पड़ता है। यदि एक परिवार का एक व्यक्ति नशा करता है तो उसका दुष्परिणाम उसके बच्चे पर पड़ता है, क्योंकि वही बच्चा आगे चलकर उस परिवार का सहारा बनता है। उन्होंने कहा कि सबसे ज्यादा नशे की गिरफ्त में युवा पीढ़ी आ रही है, जो बेहद चिंताजनक है। नशा करने से जहां मनुष्य की जिंदगी तबाह हो जाती है। वही उन्हें आर्थिक नुकसान भी ही होता है।

प्राचार्य डॉ एसएस धपोला ने कहा कि नशा एक दीमक की तरह होता है, जो धीरे धीरे व्यक्ति को तो खत्म कर देती है। इससे ना केवल उस व्यक्ति का अस्तित्व खत्म हो जाता है बल्कि इससे उसके परिवार की ज़िंदगी भी नरक बन जाती है। उन्होंने नशे के खिलाफ ना सिर्फ गोष्ठी ही हो इसे हम सबको अभियान बनाकर मुहिम चलानी होगी। एंट्री ड्रग सेल की प्रभारी डॉ नेहा कालाकोटी ने ड्रग सेल द्वारा चलायी जा रही गतिविधियों की जानकारी देते हुए सभी छात्र-छात्राओं से नशे के खिलाफ एकजुट होकर कार्य करने की अपील की है। गोष्ठी में 60 छात्र-छात्राओं ने प्रतिभाग किया। इस दौरान डॉ रितु खेतवाल, प्रो. गीता बिष्ट, डॉ भगवती नेगी, डॉ जगवती आदि मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन डॉ. ओम प्रकाश ने किया।

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