सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर: डायट के शिक्षक-प्रशिक्षक और डीएलएड प्रशिक्षुओं ने आजादी के अमृत महोत्सव मनाया। जिसके तहत ‘यादें’, ‘विवेकानंद की कुमाऊं यात्रा’ एवं ‘स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों का जेल संघर्ष’ नामक कार्यक्रम आयोजित किया। अल्मोड़ा नगर के प्रमुख और ऐतिहासिक स्थलों का भ्रमण किया गया।
कार्यक्रम समन्वयक डाइट प्रवक्ता रवि कुमार जोशी ने बताया कि विवेकानंद की तपस्थली परमहंस कुटीर का भ्रमण किया गया। जहां पर कुटीर के ब्रह्मचारी अर्पन महाराज और स्वामी दिव्यानंद ने स्वामी विवेकानंद के जीवन के महत्वपूर्ण प्रसंगों, नरेंद्र से विवेकानंद बनने की यात्रा, स्वामी का कुमाऊं भ्रमण और उनके शैक्षिक दृष्टिकोण पर विस्तार पूर्वक प्रकाश डाला। उद्यमी राजेश बिष्ट ने सस्टेनेबल टूरिज्म, एंटरप्रेंयोरशिप, आत्मनिर्भरता जैसे महत्वपूर्ण बिंदुओं के बारे में जानकारी दी। ऐतिहासिक जिला कारागार का भ्रमण किया। प्रसिद्ध स्वतंत्रता संग्राम सेनानी जवाहरलाल नेहरू, अब्दुल गफ्फार खान, विक्टर मोहन जोशी, बद्री दत्त पांडे, आचार्य नरेंद्र देव, श्रीदेवी दत्त पंथ जैसे अनेक सेनानियों के संघर्षों, संस्मरण और उनके कार्यों को समझा। प्राचार्य डा1 शैलेंद्र सिंह धपोला ने कहा कि इस यात्रा का उद्देश्य शिक्षकों को उन महत्वपूर्ण कक्षों, स्थलों को देखने-समझने के लिए जिससे कि उनमें स्वतंत्रता की कीमत और उसके मूल्यों के प्रति संवेदनशीलता का अहसास हो। वह एक संवेदनशील नागरिक बनते हुए भविष्य में एक संवेदनशील, राष्ट्रप्रेमी, कर्तव्यनिष्ठ शिक्षक बन सकें। इस दौरान प्रवक्ता डा. केएस रावत, डा. चंद्र मोहन जोशी, डा. बीडी पांडे, प्रशिक्षु यवनिका, अंकित, योगेश, प्रतिक्षा, हिमांशु, दिव्या सेत 50 प्रतिभागी उपस्थित थे।