सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर
विश्व हृदय दिवस पर जिला चिकित्सालय बागेश्वर में गोष्ठी आयोजित हुई। साथ ही ह्रदयरोग का चिकित्सकीय जांच भी की गई। गोष्ठी में चिकित्सकों ने लोगों को अपने स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहने व स्वास्थ्य की देखभाल करने तथा लोगों को हृदय संबंधित समस्याओं के बारे में जानकारी दी।
इस मौके पर डॉ सीपी भैसोड़ा व डॉ. एलएस बृजवाल ने कहा कि लोग स्वस्थ हृदय के साथ अच्छा औऱ लंबा जीवन जी सकें। इस बात की ओर ध्यान दिया जाना जरूरी है कि रोजमर्रा के काम के दौरान होने वाले तनाव से दूर रहे। डॉ पंकज पंत व डॉ राजीव उपाध्याय ने कहा कि असंतुलित खान-पान हृदय संबंधित बीमारीयों का प्रमुख कारण होता हैं।
भारत के कुछ शहरों में किये गए एक सर्वे से पता ज्ञात हुआ कि,70 प्रतिशत से अधिक भारतीय शहरी आबादी को हृदय रोग से संबंधित खतरा है और उन्हेंडॉक्टर के पास जाने की जरूरत है। मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ ने कहा कि हार्ट डे मनाने के पीछे का उद्देश्य लोगों को दिल से जुड़ी बीमारियों के प्रति जागरूक करना है।
मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. सुनीता टम्टा ने सभी को विश्व हृदय दिवस की बधाई देते हुए बताया कि लोगो को विभिन्न रोगों से बचने के लिए अपनी दिनचर्या में बदलाव लाने के साथ-साथ संतुलित आहार लेने, नियमित व्यायाम करने, मानसिक तनाव से बचने, तंबाकू, गुटका, शराब व वसायुक्त भोजन न करने तथा अत्यधिक तेल व तले हुए भोजन से बचने की सलाह दी। इस मौके पर चिकित्सकों ने शिविर में आए लोगो को हृदय रोग के लक्षण, बचाव उपचार के साथ-साथ अन्य रोगों के बारे में विस्तृत जानकारी भी दी। इस अवसर पर जिला चिकित्सालय के चिकित्सकों के अतिरिक्त अन्य स्टाफ भी मौजूद थे।