बागेश्वर। हरेला पर्व के महत्व को समझते हुए जिला प्रशासन इस बार वृहद रुप से पौधे लगाने का अभियान छेड़ेगा। इस बार जिले में एक लाख से ज्यादा पौधे लगने हैं। इसके लिए तैयारियां जोरों पर हैं। इस अभियान की तैयारी जिला प्रशासन लंबे समय से कर रहा है। पर्यावरण की दृष्टि से भी ये काफी महत्वपूर्ण भी है। जिले में अगर पेड़ पौधों की संख्या बढ़ेगी तो निश्चित ही इसका असर सूख रहे स्त्रोत और नदियों पर भी पड़ेगा जो कि फिर एक बार फिर जीवित हो सकेंगे।
जिले के अलग अलग स्थानों में कुल 255.64 हेक्टेयर क्षेत्र में फलदार और छायादार वृक्ष रोपे जाएंगे। इन क्षेत्रों में गढ्ढे और चाल खाल पहले से ही तैयार कर लिए गए है। बस अब कल 123566 पौधे लगने का इंतजार है। इस पौधा रोपण में वन,कृषि ,उद्यान,ग्राम्या, शिक्षा ,बाल विकास,पंचायती राज आदि विभाग शामिल हैं। अकेले ग्राम्य विकास विभाग द्वारा ही 33,350 चौड़ीपत्ती व फलदार पौधे लगााये जा रहे है। वहीं क़ृषि विभाग 12,000 तो 15,000 के आस पास उद्यान विभाग भी फलदार पौधे रोपेगा। कुल मिलाकर हरेला पर्व में जिले को हरा-भरा बनाने की कवायद में हर विभाग जोर शोर से लगा हुआ है। दूसरी ओर शहर के वृक्ष प्रेमी किशन सिंह मलड़ा का लक्ष्य इस बार 60,000 पौधे लगाने का है। उन्होंने बताया है कि अभी तक उन्होंने 60% पौधे लोगों को लगाने के लिए दे दिए हैं। कल वह हरेला पर्व जटाओ स्त्रोत पुनर्जीवकीण पंत क्वारली जाकर मनाएंगे। इस जगह पर विभन्न प्रकार के फलदार और औषधि गुणों वाले पौधे लगाये जाएंगे। जिसमें जिले के गणमान्य व्यक्ति भी प्रतिभाग करेंगे।
बागेश्वर न्यूज : कल जनपद में रोपे जाएंगे 1 लाख 20 हजार पौधे
बागेश्वर। हरेला पर्व के महत्व को समझते हुए जिला प्रशासन इस बार वृहद रुप से पौधे लगाने का अभियान छेड़ेगा। इस बार जिले में एक…