सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर
रविवार को सुबह रिमझिम बारिश हुई और दिन में चटक धूप खिली। वहीं शाम को फिर बूंदाबांदी से जन जीवन प्रभावित रहा। जबकि बारिश के कारण एक सड़क पर यातायात अभी भी बंद है। वहीं, खेती भी तैयार होने लगी है। बारिश का दौर जारी रहने से मवेशियों के लिए घास आदि काट रहे किसान परेशान हो गए हैं।
सितंबर माह में अब तक रोज बारिश है। जिसके कारण ग्रामीण क्षेत्रों के रास्ते आदि भूस्खलन की भेंट चढ़ गए हैं। इसके अलावा भयूं-गडेरा मोटर मार्ग किमी सात में मलबा आने से बंद हो गई है। सड़क बंद होने से ग्रामीणों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। धान की फसल भी लगभग तैयार होने लगी है। ऊचांई वाले इलाकों में धान की कटाई और मढ़ाई भी शुरू हो गई है।
इसके अलावा इसबीच किसान मवेशियों के लिए घास काटने में जुटे हुए हैं। घास को सूखा कर वह जाड़ों में मवेशियों के चारा के उपयोग में लाएंगे। किसान माधवी देवी, गीता, मालती और सावित्री ने कहा कि बारिश के कारण घास भीगकर काली पड़ जाती है। जिसे मवेशी नहीं खाते हैं। उन्होंने कहा कि अब बारिश की जरूरत नहीं है।
उधर, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी शिखा सुयाल ने बताया कि बंद सड़कों को युद्धस्तर से खोला जा रहा है। जिले में अब एक ग्रामीण सड़क बंद है। उसे भी यातायात के लिए जल्द सुचारू कर दिया जाएगा।