पट्टेधारकों की खिलाफत : गांव में खड़िया खनन बर्दाश्त नहीं, एकजुट हुए ग्रामीण

✒️ ध्वस्त हो गए रास्ते, पेयजल लाइनें बागेश्वर। खड़िया खनन से जुड़े पट्टाधारकों के खिलाफ ग्रामीण मुखर होने लगे हैं। ग्रामीणों ने जिला मुख्यालय पहुंचकर…

गांव में खड़िया खनन बर्दाश्त नहीं, एकजुट हुए ग्रामीण

✒️ ध्वस्त हो गए रास्ते, पेयजल लाइनें

बागेश्वर। खड़िया खनन से जुड़े पट्टाधारकों के खिलाफ ग्रामीण मुखर होने लगे हैं। ग्रामीणों ने जिला मुख्यालय पहुंचकर प्रदर्शन किया। यहां हुई सभा में वक्ताओं ने कहा कि गांव में खड़िया खनन से उनके रास्ते, पेयजल योजना आदि ध्वस्त हो गए हैं। अब उन्हें पानी के लिए जूझना पड़ रहा है।

ग्रामीणों ने समस्या का समाधान नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है। छातीखेत के ग्राम प्रधान महेश सिंह के नेतृत्व में ग्रामीण सोमवार को जिला मुख्यालय पहुंचे। यहां नारेबाजी के साथ प्रदर्शन किया। यहां हुई सभा में वक्ताओं ने कहा कि खोलियागांव के खड़िया पट्टाधारक ने ग्राम छातीखेत के अनेरिया तोक में भारी नुकसान पहुंचा दिया है। पूर्व में बनी पेयजल लाइन ध्वस्त हो गए हैं। गांव में पानी का संकट गहरा गया है। हर घर नल, हर घर जल योजना भी प्रभावित हो गई है। जिला पंचयत द्वारा बनाए गए सीसी मार्ग का पता ही नहीं है। खड़िया खनन की मिट्टी पुंगर नदी तक पहुंच गई है। यहां उपजाऊ जमीन भी संकट में हैं।

पौकलैंड व जेसीबी मशीन चलाने की कोई सीमा नहीं है। रात- दिन मशीनें चलाई जा रही हैं। इसके अलावा झाड़कोट की माइन से शिव मंदिर व नहरों को खतरा हो गया है। उन्होंने जिलाधिकारी से क्षेत्र का मौका मुआयना कर उनकी समस्या दूर करने की मांग की है। मांग करने वालों में गणेश सिंह, भूपाल सिंह, दर्शन सिंह, पवन कालाकोटी, प्रताप सिंह, सुमित कालाकोटी, मेघा कालाकोटी, रीता देवी, नीमा देवी, खष्टी देवी, हंसा, रजनी, तारा व उमा आदि शामिल रहे।

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