कार्य दक्षता के साथ सेवा भाव का समन्वय जरूरी : स्वामी दयाधिपानन्द
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📌 ‘मनुष्य की सेवा ही ईश्वर की सेवा है’ विषय पर संगोष्ठी
Almora News : स्वामी दयाधिपानन्द ने कहा कि नर्सिंग छात्राएं कार्य दक्षता के साथ सेवा भाव का समन्वय करें। चूंकि दैनिक क्रियाकलापों में भगवान की आवश्यकता अनिवार्य होती है। स्वामी यहां गवर्मेंट कॉलेज ऑफ़ नर्सिंग में रामकृष्ण कुटीर अल्मोड़ा द्वारा आयोजित गोष्ठी को संबोधित कर रहे थे।
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उपरोक्त’मनुष्य की सेवा ही ईश्वर की सेवा है’ विषय पर आयोजित संगोष्ठी का प्रारम्भ दीप प्रज्जवलन एवं सरस्वती वंदना के साथ हुआ।
स्वामी वेदानिष्ठानंद ने रोचक ढंग से स्वामी विवेकानंद द्वारा प्रतिष्ठित ‘शिव ज्ञान से जीव सेवा’ प्रक्रिया की व्याख्या की। स्वामी दयाधिपानन्द ने नर्सिंग छात्राओं को कार्य दक्षता के साथ सेवा भाव का समन्वय करने का आह्वान किया।
तत्पश्चात प्रश्नोत्तरी सत्र हुआ। जिसमें नर्सिंग छात्राओं ने भावात्मक स्थिरता एवं दैनिक क्रियाकलापों में भगवान की आवश्यकता पर गंभीर प्रश्न किये। जिसका स्वामी ने मर्मस्पर्शी उत्तर देकर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।