- आपदा रोकने के स्थाई विकल्प तलाशने के निर्देश
सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर
विधायक सुरेश गड़िया ने आपदा प्रभावित कपकोट तहसील के मुनार क्षेत्र का भ्रमण किया। इस दौरान क्षतिग्रस्त सड़क का भी जायजा लिया। अधिकारियों को स्थायी विकल्प तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कपकोट क्षेत्र आपदा और भूस्खलन की दृष्टि से अति संवेदनशील है।
पिछले महीने हुई बारिश से सबसे अधिक नुकसान भी क्षेत्र को हुआ है। सरकार ने नुकसान की भरपाई के लिए बजट स्वीकृत किया और बंद मार्ग खोले गए। कई मार्ग पूरी तरह ध्वस्त हो गए हैं। उन्हें खोलने का प्रयास जारी है। धन की कमी आड़े नहीं आएगी। इस दौरान ब्लॉक प्रमुख गोविंद दानू, जिला पंचायत सदस्य प्रभा गढ़िया, एसडीएम परितोष वर्मा, सीओ अशोक परिहार, तहसीलदार पूजा शर्मा, मंडल अध्यक्ष गणेश सुरकाली, बलबीर टाकुली, गिरीश जोशी, भगवत कोरंगा आदि मौजूद रहे।
तीन सड़कें अभी भी बंद
जिले में भूस्खलन के चलते तीन सड़कें नहीं खुल पा रही हैं। इन सड़कों को खोलना प्रशासन के लिए अभी भी चुनौती है। आपदा प्रबंधन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार सौंग-खलीधार, बिजौरीझाल-ओखल्सों और डंगोली- सैलानी मार्ग लंबे समय से बंद हैं। इस कारण इस सड़क से जुड़े गांव के लोग पांच से सात किमी पैदल जाने को मजबूर हैं। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी शिखा सुयाल ने बताया कि इन मार्गों पर भूस्खलन से सड़क बह गई है। उन्हें ठीक किया जा रहा है।