सीएनई रिपोर्टर, हल्द्वानी
कोरोना कर्फ्यू के बाद से पूर्व में 66 बसों का संचालन करने वाला काठगोदाम डिपो की लंबे समय से महज 20 गाड़ियां ही रूटों पर चल रही थीं, लेकिन आज पहली बार मैदानी व पर्वतीय जिलों में एक साथ चली 25 गाड़ियों के बाद कोरोना कर्फ्यू पीरियड में पहली बार डिपो ने एक दिन में 01 लाख 10 हजार की आय अर्जित की है।
देश भर में लगे कोरोना कर्फ्यू के बाद से लंबे रूटों की रोडवेज बस सेवा के लिए इससे बुरा दौर कोई नही हो सकता। उत्तराखंड परिवहन निगम आज जिस आर्थिक संकट के दौर से जूझ रहा है, ऐसी कभी कल्पना भी किसी ने नही की थी।
आपको बता दें क कोरोना कर्फ्यू के बाद से डिपो से करीब 20 बसों का संचालन प्रतिदिन हो रहा था और आय 50 से 80 हजार के लगभग हो रही थी, लेकिन आज काठगोदाम डिपो ने 25 बसों के संचालन के बाद 1 लाख 10 हजार की आय अर्जित की। जो कोरोना कर्फ्यू में अब तक कि सबसे अधिक आय है।
सामान्य दिनों में काठगोदाम डिपो की आय 66 बसों के संचालन के बाद 11 लाख के लगभग रहती थी, लेकिन कोरोना की मार ने इस डिपो की कमर तोड़ दी। इस डिपो से 9 गाड़ी पर्वतीय मार्ग और 16 गाड़ी मैदानी मार्गों पर संचालित हो रही हैं।
विगत 5 महीने से वेतन न मिलने से ड्यूटी कर रहे कर्मचारियों का मनोबल टूट रहा है। काठगोदाम डिपो के वरिष्ठ केंद्र प्रभारी डीएन जोशी का कहना है कि इस समय बसों का संचालन पर्वतीय मार्गों के अलावा मैदानी मार्गों के रुद्रपर, पुलभट्टा, धर्मपुर बार्डर तक किया जा रहा है। बार्डर खुलने के बाद आय में बढ़ोत्तरी होगी।