काफल पार्टी : हरदा ने पिसी नूण के साथ लिया रसीले काफल का स्वाद

✒️ 02 क्विंटल काफल और पहाड़ी नमक लेकर मोहनरी पहुंचें बिट्टू कर्नाटक 📌 हरदा ने कर्नाटक की थपथपाई पीठ, कही यह बात….. अल्मोड़ा। पूर्व मुख्यमंत्री…

काफल पार्टी : हरदा ने पिसी नूण के साथ चखा रसीले काफल का स्वाद

✒️ 02 क्विंटल काफल और पहाड़ी नमक लेकर मोहनरी पहुंचें बिट्टू कर्नाटक

📌 हरदा ने कर्नाटक की थपथपाई पीठ, कही यह बात…..

अल्मोड़ा। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत आज कुछ अलग ही अंदाज में दिखाई दिए। उन्होंने आज अपने गांव मोहनरी में ‘काफल पार्टी’ का आयोजन किया। खास बात यह रही है कि पूर्व दर्जामंत्री बिट्टू कर्नाटक लमगड़ा विकासखंड के बेहद रसीले 02 क्विंटल काफल और सिलबट्टे का घर में पिसा कई तरह का पहाड़ी नमक लेकर मोहनरी पहुंचें। पिसी लूण के साथ काफल का पूर्व सीएम हरीश रावत ने खूब लुफ्त उठाया।

काफल पार्टी में बिट्टू कर्नाटक के साथ अल्मोड़ा से साथ गई उनकी महिला टीम ने पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के साथ सभी को काफल बांटे। हरीश रावत की काफल पार्टी में सैकड़ों लोग उपस्थित रहे।विदित हो कि लंबे समय से पहाड़ी संस्कृति और पहाड़ी उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत समय समय पर कार्यक्रमों का आयोजन करते आ रहे हैं।

उनके द्वारा यह कार्यक्रम लगातार उत्तराखंड के अलावा चंडीगढ़, दिल्ली सहित अन्य राज्यों में भी आयोजित हो चुके हैं। हरीश रावत के द्वारा बड़े स्तर पर आयोजित की गई काफल पार्टी, ककड़ी पार्टी, नीबू पार्टी से सभी वाकिफ हैं। कर्नाटक पूर्व मुख्यमंत्री के बेहद करीबी माने जाते हैं और पूर्व मुख्यमंत्री द्वारा पहाड़ी उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए आयोजित कार्यक्रमों में उनकी हमेशा से ही सम्पूर्ण भागीदारी रहती है।

आज की इस काफल पार्टी के लिए भी कर्नाटक लमगड़ा विकास खंड से बेहद रसीले काफल एकत्रित करवाने स्वयं गए और काफल की जान माने जाने वाले सिलबट्टे पर पिसे पहाड़ी नूण (नमक) को भी उन्होंने इसकी जानकार स्थानीय महिलाओं के द्वारा अपने कैंप कार्यालय में ही तैयार करवाया।

इस अवसर पर कर्नाटक ने कहा कि हरीश रावत एक ऐसे इकलोते नेता हैं, जो हमारे पहाड़ी उत्पादों को लगातार विश्व पटल पर लाने का प्रयास कर रहे हैं। हरीश रावत के ही इस प्रयास का असर है कि आज अन्य बड़े नेता भी उनका अनुसरण कर पहाड़ी उत्पादों का प्रचार कर रहे हैं। कर्नाटक ने कहा कि झिंगुरे की खीर, भट्ट के डूबके, पहाड़ी ककड़ी के रायते, मडुवे को आज हरीश रावत ने उत्तराखंड ही नही अपितु चंडीगढ़, दिल्ली, पंजाब, हिमांचल में भी इतना प्रसिद्ध कर दिया है कि झिंगूरे और मडूवे की डिमांड पूरे देश सहित विश्व में भी बड़ चुकी है।

उन्होंने बताया कि कई बार पूर्व सीएम रावत के द्वारा स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए काफल पार्टी, नींबू पार्टी, आडू पार्टी, खुमानी पार्टी, आम पार्टी और पर्वतीय व्यंजन जिसमे झुंगरे की खीर, मडूवे कि रोटी, भट्ट की चूडकानी, पालक का कापा, मूली की टपकी शामिल हैं। प्रवासीय लोगों के लिए लगातार आयोजित की जाती रही है।

लगातार ऐसे आयोजन दिल्ली में फिरोज शाह रोड में पूर्व सांसद महेंद्र सिंह माहरा के आवास में, चंडीगढ़ भवन में, देहरादून, रुड़की, हरिद्वार, रुद्रपुर, हल्द्वानी सहित कई शहरों में होते रहते हैं। कर्नाटक ने कहा कि इसके बाद इस तरह के पहाड़ी उत्पादों की पार्टी का आयोजन मुंबई में भी किया जाएगा। पूर्व मुख्यमंत्री की काफल पार्टी में आज मोहनरी के अलावा भी दूर दूर से लोग आए थे।

पूर्व सीएम की काफल पार्टी में लोगों का पेट काफल से भर गया लेकिन मन नहीं भरा। इस पर हरीश रावत ने कहा कि अगली काफल पार्टी बिट्टू कर्नाटक अपने कैंप कार्यालय में करेंगे और जितने भी लोग काफल पार्टी का स्वाद लेने से छूट गए है वे बिट्टू कर्नाटक के कैंप कार्यालय में आगामी दिनों में काफल पार्टी का आनंद लेने जरूर जाएं।

इसके साथ ही हरीश रावत ने पूर्व दर्जा मंत्री कर्नाटक की पीठ थप थपाते हुए कहा कि कर्नाटक के द्वारा हमेशा पहाड़ी उत्पादों को प्रसारित करने में पूरे उत्साह के साथ उनका साथ दिया गया है। रावत ने अल्मोड़ा से बिट्टू कर्नाटक के साथ गई महिला टीम का भी उत्साहवर्धन किया। इस अवसर पर पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल, पूर्व सांसद प्रदीप टम्टा, पूर्व विधायक ललित फर्सवान, जगदीश रावत, हरीश ऐठानी, संजय नेगी, पुष्कर दुर्गापाल, दीवान सतवाल, प्रदेश महामंत्री एससी प्रकोष्ठ रोहित शैली, रश्मि कांडपाल, आशा मेहता, मीना भट्ट, सीता रावत, गौरव अवस्थी, भूपेंद्र सिंह सहित सैकड़ों लोग उपस्थित रहे।

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