सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर
जन शिक्षण संस्थान ने स्थानीय स्तर पर पैदा होने वाले फलों और सब्जियों का बेहतर उपयोग करने के लिए 20 महिलाओं का प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया। उन्हें जैम, जैली और अचार बनाने के लिए फल संरक्षण के बारे में जानकारी प्रदान की।
प्रशिक्षण कपकोट के ओलखसेरा, चचई गांव में आयोजित किया गया। महिलाओं को फलों और सब्जियों का संरक्षण करने और उनसे बनने वाले उत्पादों की जानकारी दी। साथ ही विभिन्न प्रकार के तैयार उत्पादों को बाजार तक पहुंचाने व उन्हें संरक्षित करने के तरीके भी बताए। जिससे ग्रामीण क्षेत्र की महिलाएं स्थानीय स्तर पर लघु व्यवसाय कर सके।
प्रशिक्षक आनंद सिंह शाही ने कहा कि इससे पहले आम, मूली, गाजर, अदरक तथा आंवला का अचार तैयार करने की जानकारी महिलाओं को नहीं थी। अधिकतर सब्जियों और फल बर्बाद हो जाते थे। इस प्रशिक्षण के माध्यम से लोगों को गांव में उपलब्ध फलों का उपयोग करने की जानकारी मिल गई है। उन्होंने कहा कि गांव में तैयार होने वाली नाशपाती, आम तथा सब्जियों के विभिन्न उत्पाद तैयार कर इससे अतिरिक्त आमदनी का जरिया बनाकर आर्थिक स्वावलम्बन को बढ़ावा मिलेगा।
संस्थान के कार्यक्रम अधिकारी नरेंद्र खेतवाल ने कहा कि फल संरक्षण के प्रशिक्षण लेने के उपरांत महिलाएं स्वादिष्ट अचार एवं जैम तैयार कर खाने में उपयोग करने के साथ-साथ इससे स्वरोजगार को अपनाकर गांव में ही आजीविका को विकसित कर आर्थिक स्थिति को बढ़ा सकती हैं। इसी के साथ प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन किया गया।