सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा
सीटू से संबंद्ध उत्तराखंड आशा कार्यकर्ती यूनियन के बैनर तले अपनी विभिन्न लंबित मांगों को लेकर आशा वर्कर्स ने जिला मुख्यालय पर धरना—प्रदर्शन किया और जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा।
पूर्व निर्धारित कार्यक्रमानुसार आशा वर्कर्स यहां गांधी पार्क में जुटीं और धरने पर बैठ गई। जहां सभा में अपने मुद्दे उठाए। इसके बाद उन्होंने जिला प्रशासन के माध्यम से ज्ञापन मुख्यमंत्री को भेजा। जिसमें मांगों को शीघ्रातिशीघ्र पूरा करने की मांग उठाई गई है। धरने में विजय लक्ष्मी, आनंदी वर्मा, नीमा जोशी, रेखा आर्या, किरन शाह, ममता भट्ट, लक्ष्मी वर्मा, देवकी बिष्ट, देवकी भंडारी, आयशा खान, रूपा आर्या समेत कई कार्यकर्ती शामिल थी।
ये प्रमुख मांगें उठाई
1— आशा वर्कर्स को सरकारी सेवक का दर्जा देते हुए न्यूनतम 21000 वेतन दिया जाय।
2— जब तक मासिक वेतन व सरकारी सेवक का दर्जा नहीं मिलता, तब तक अन्य योजनाओं के वर्कर की भांति मासिक मानदेय फिक्स किया जाय।
3— सेवा निवृत्ति के बाद पेंशन का प्रावधान किया हो तथा कोविड ड्यूटी के दौरान घोषित 10,000 रुपया मासिक भत्ते भुगतान किया जाय।
4— कोविड कार्य में लगी आशाओं को 50 लाख का जीवन बीमा तथा 10 लाख रुपए का स्वास्थ्य बीमा लागू किया जाय। कोविड ड्यूटी में मृत आशा कार्यकर्ता के आश्रितों को 50 लाख का बीमा व 4 लाख रुपए का अनुग्रह भुगतान किया जाय।
5— दुर्घटना, हार्ट अटैक या बीमार होने की स्थिति में न्यूनतम 10 लाख रुपए भुगतान का प्रावधान किया जाय।
6— भुगतान में कमीशनखोरी में लगाम लगाई जाय और सभी स्वास्थ्य केंद्रों में विशेषज्ञ डॉक्टर नियुक्त किए जाए।
7— आशाओं के साथ अस्पतालों में सम्मानजनक व्यवहार हो, जब तक कोरोना ड्यूटी का भुगतान नहीं होता, तब तक आशाओं की ड्यूटी नहीं लगाई जाए।