Almora News: ‘आजादी के 75 वर्षों मे ललित कलाओं की भूमिका’ पर दो दिन होगा मंथन, कल से वेबिनार
सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा
अमृत महोत्सव-2021 के तहत सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय, अल्मोड़ा के दृश्यकला संकाय एवं चित्रकला विभाग द्वारा कुलपति प्रो. एनएस भंडारी के संरक्षण एवं मार्गदर्शन में आनलाईन दो दिवसीय राष्ट्रीय परिचर्चा (वेबिनार) कल यानी 3 सितंबर से आयोजित हो रहा है।
कार्यक्रम संयोजक एवं दृश्यकला संकायाध्यक्ष एवं चित्रकला विभागाध्यक्ष प्रो. सोनू द्विवेदी ‘शिवानी’ ने बताया कि परिचर्चा का विषय ‘आजादी के 75 वर्षों मे ललित कलाओं की भूमिका’ है। वेबीनार में प्रतिभाग करने के लिए देश के विभिन्न राज्यों से लोग जुड़े रहे हैं। आमंत्रित अतिथि वक्ताओं सहित कई अन्य प्रतिभागियों ने अपने विचार भी लिपिबद्ध कर शोध पत्र के रूप में प्रेषित किया है।
उन्होंने बताया कि मुख्य अतिथि पद्मश्री डा. यशोधर मठपाल व विशिष्ट अतिथि प्रो. कुमाऊं विश्वविद्यालय, नैनीताल के पूर्व कुलपति वीपीएस अरोरा होंगे, जबकि आमंत्रित अतिथि वक्ता चंडीगढ़ ललित कला अकादमी के अध्यक्ष प्रो. भीम मल्होत्रा, ललित कला विभाग, दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय, गोरखपुर की प्रो. ऊषा सिंह, दृश्यकला विभाग, हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला के अध्यक्ष प्रो. हिम चटर्जी होंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रो. शेखर चन्द्र जोशी अधिष्ठाता, शैक्षिक सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय, अल्मोड़ा करेंगे।
उन्होंने बताया कि दूसरे दिन चित्रकला विभाग राजस्थान विश्वविद्यालय जयपुर के पूर्व अध्यक्ष प्रो. रीता प्रताप, फाईन आर्ट म.द.विश्वविद्यालय, रोहतक के पूर्व संकायाध्यक्ष एवं विभागाध्यक्ष प्रो. सुषमा सिंह, चित्रकला विभाग, कालेज आफ आर्ट, पणजी के पूर्व अध्यक्ष प्रो. हनुमान कांबली, एसएसएस फाईन आर्ट पंजाबी विश्वविद्यालय, पटियाला के विभागाध्यक्ष प्रो. अम्बालिका सूद, ग्राफिक आर्ट, दृश्यकला संकाय एम.एस.पू. बड़ौदा के सहायक प्रोफेसर सुनील दर्जी वक्ता होंगे। सत्र की अध्यक्षता कला संकाय अल्मोड़ा विश्वविद्यालय के संकायाध्यक्ष प्रो. पुष्पा अवस्थी करेंगी।