कपकोट। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान द्वारा कपकोट ब्लॉक के अति दुर्गम में स्थित राजकीय इंटर कॉलेज बदियाकोट में पांच दिवसीय विज्ञानोत्सव कार्यशाला का आयोजन किया। बाल विज्ञान खोजशाला संस्था बेरीनाग के सहयोग से विद्यार्थियों ने व्यवहारिक जीवन में विज्ञान के महत्व को समझा। उसके वैज्ञानिक पहलुओं को भी जाना। दैनिक जीवन में उपयोग होने वाली व बेकार हो चुकी वस्तुओं को जोड़कर विज्ञान के तथ्यों को समझने की कोशिश की गई।
कार्यशाला राउमावि उनिया, तीख, बोरबलड़ा में आयोजित हुई। विज्ञान को किताबी ज्ञान की बजाय खेल खेल में विज्ञान के अपने अनुभव से सीखने पर जोर दिया गया। अलायन्स फ़ॉर साइंस में विभिन्न विद्यालयों के 70 बच्चों ने चार दिन तक सीखे हुए अपने वैज्ञानिक अनुभवों को सांझा किया। विज्ञान पर आधारित 30 विभिन्न प्रकार के साइंस मॉडल बनाए। इसका उद्घाटन शिक्षक अभिभावक संघ के अध्यक्ष शिव सिंह दानू ने किया। जिसमें भार संतुलन, प्रकाश के प्रवर्तन, अपवर्तन, धातु के चुम्बकीय गुण, विद्युत उत्सर्जन, सौर मंडल, सोलर एनर्जी, वायु दाब इत्यादि पर आधारित विभिन्न प्रकार के साइंस मॉडलों का प्रदर्शन बच्चों द्वारा किया गया।
विद्यालय के प्रधानाचार्य आरके सिंह सहित तीख के प्रधानाध्यापक जीवन सिंह, धुर के मदन सिंह खत्री, विद्यालय संरक्षक जमन सिंह धामी, अजीम प्रेमजी फाउंडेशन के सदस्य बृजेश जोशी सहित बदियाकोट कॉलेज के समस्त अध्यापक उपस्थित रहे। बाल विज्ञान खोजशाला के आशुतोष उपाध्याय व आशीष कांडपाल ने प्रयोगात्मक तरीके से विज्ञान को सिखाया। इसमें डायट के प्राचार्य डॉ. शैलेंद्र धपोला, प्रवक्ता डॉ. प्रेम सिंह मवाड़ी आदि मौजूद रहे।