अल्मोड़ा—हल्द्वानी NH, खैरना से मेंढक पत्थर तक जाम में फंसे रहे यात्री, भारी फजीहत
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सीएनई रिपोर्टर, सुयालबाड़ी/गरमपानी
आपदा के बाद से जगह—जगह क्षतिग्रस्त हुए अल्मोड़ा—हल्द्वानी राष्ट्रीय राजमार्ग में जाम का झाम खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। आज रविवार को भी खैरना से मेढक पत्थर तक जबरदस्त जाम लग गया, जिसके चलते यात्रियों की करीब एक घंटे तक भारी फजीहत हुई।
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उल्लेखनीय है कि विगत माह हुई अतिवृष्टि के बाद अल्मोड़ा—हल्द्वानी एनएच को भारी नुकसान पहुंचा था। जिसके चलते यहां कई दिनों तक यातायात भी बाधित रहा था। तीन दिन के लिए मार्ग को खैरना से आगे बंद करने की नौबत भी मलबा हटाने के काम के चलते आई थी। इसके बावजूद अभी भी हालात पूरी तरह नहीं सुधर पाये हैं। खास तौर पर वीकेंड के चलते आज रविवार को पहाड़ से आने—जाने वाले यात्री वाहनों की संख्या अधिक होने और सड़क के खस्तहाल होने के कारण खैरना से मेंढक पत्थर तक करीब एक घंटा जाम लग गया। जिससे यात्रियों को काफी फजीहत का सामना करना पड़ा। जिससे अल्मोड़ा, रानीखेत, पिथौरागढ़, बागेश्वर, डीडीहाट, हल्द्वानी, देहरादून, दिल्ली, गुरुग्राम, लखनऊ, बरेली, नैनीताल, भीमताल, भवाली, खैरना, गरमपानी, बेतालघाट से आने और जाने वाले लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। सड़क के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गई। जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने बड़ी मशक्कत से जाम को खुलवाया। लगभग एक घंटे बाद जाम खुलने से यात्रियों ने राहत की सांस ली और वाहन अपने—अपने गंतव्य को रवाना हो पाये।
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इधर स्थानीय लोगों का कहना है कि झूला पुल के पास पर्यटक स्थल में तब्दील हो चुके मेंढक पत्थर को जाने वाले ज्यादातर लोग मार्ग में आड़े—तिरछे वाहन खड़ा करने के बाद शिप्रा नदी में चले जाते है। इस कारण भी यहां दिन जाम लगा लगता है। वहीं यह समस्या शनिवार और इतवार को ज्यादा देखने को मिलती है। वीकेंड पर यहां पर्यटक वाहनों का भी ज्यादा दबाव रहता है। अतएव यातायात को नियंत्रित करने के लिए इस मार्ग पर वीकेंड पर यातायात पुलिस की तैनाती करनी चाहिए।