⏩ 50 से अधिक ग्रामीण क्षेत्रों को करता है कवर
⏩ अल्ट्रासाउंड, एक्सरे, डेंटल केयर जैसी सुविधाओं का भी अभाव
सीएनई रिपोर्टर, सुयालबाड़ी
नैनीताल व अल्मोड़ा जनपद के लगभग 50 से अधिक ग्रामीण व शहरी इलाकों को स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने के लिए स्थापित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सुयालबाड़ी को बेहतरीन व आधुनिक स्वास्थ्य सेवाओं से सुसज्जित करने की दरकार है। अल्मोड़ा-हल्द्वानी हाईवे में मौजूद इस चिकित्सा केंद्र के विकास का लाभ न केवल स्थानीय नागरिकों को मिलेगा, बल्कि गंभीर व जटिल बीमारियों में पहाड़ों से रेफर होकर जाने वाले मरीजों की तादात में भी कमी आयेगी, जिससे जहां तिमारदारों की धन व समय की बचत होगी, वहीं समय से उपचार मिलने पर मरीज की जान भी बच सकेगी।
उल्लेखनीय है कि सीएचसी सुयालबाड़ी वह चिकित्सा केंद्र है, जिसने कोरोना काल में न केवल स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराई, बल्कि अनुभवी चिकित्सकों व मेडिकल स्टॉफ के अथक प्रयासों से जन जागरूकता फैलाने का भी काम किया था। केंद्र के प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. सत्यवीर सिंह ने सीएनई के संवाददाता से एक खास बाचतीत में बताया कि केंद्र में रोजाना बड़ी तादात में मरीजों का दबाव रहता है। उनका प्रयास रहता है कि यहां आने वाले हर व्यक्ति को बेहतरीन उपचार समय से मिले। उन्होंने अस्पताल में स्टॉफ के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि वर्तमान में यहां 02 महिला चिकित्साधिकारी नियमित हैं, जबकि 02 संविदा पर भी हैं, एक ने फिलहाल पदभार ग्रहण नहीं किया है। चिकित्साधिकारी 05 हैं, जिनमें 03 नियमित हैं और 02 संविदा पर हैं। चीफ फार्मासिस्ट का एक पद है और एक नया सृजित हुआ है। नर्सिंग स्टॉफ के 05 पदों में से 03 रिक्त चल रहे हैं। डॉ. सत्यवीर ने बताया कि सबसे अहम बात यह है कि यहां Oxygen Command Center खुल चुका है, जिससे जनता को काफी सुविधा भी मिल रही है। वहीं समस्याओं पर चर्चा करते हुए डॉ. सत्यवीर ने बताया कि यहां साफ-सफाई को लेकर समस्या रहती है। सफाई कार्मिक नहीं होने के चलते अन्य अस्पताल से व्यवस्था करनी पड़ती है। इसके अलावा यहां अल्ट्रासाउंड, एक्स रे व डेंटल केयर जैसी महत्वपूर्ण युनिट नहीं है, जिससे मरीजों को भारी दिक्कतें पेश आती हैं व अन्यत्र अस्पतालों में जाना पड़ता है।
इधर क्षेत्र के जागरूक नागरिकों का कहना है कि उत्तराखंड शासन को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सुयालबाड़ी को विकसित करने के लिए प्रयास करने चाहिए। अल्मोड़ा-हल्द्वानी एनएच पर स्थित यह केंद्र अत्यंत महत्वपूर्ण है। यदि यहां चिकित्सा के आधुनिक संसाधन जुट जायें, विषय विशेषज्ञ चिकित्सकों के अतिरिक्त पद सृजित कर नवीन नियुक्तियां की जायें तो पहाड़ से मरीजों को रेफर करने की संख्या में भी कमी आ जायेगी। सरकार को इस दिशा में प्रयास करने चाहिए।