सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर
आपातकाल के दौरान तीन वर्ष तक जेल में रहे बसंत बल्लभ पांडे को भाजपा ने सम्मानित किया। इससे पूर्व पार्टी कार्यालय पर आयोजित कार्यक्रम में 25 जून को काला दिवस के रूप में मनाया गया। आपातकाल के दिनों को याद किया गया और देश की एकता, अखंडता का आह्वान किया गया।
1975 में 25 जून से लगे आपातकाल को भाजपाइयों ने देश का काला दिन बताया। उन्होंने कहा कि नगर के बसंत बल्लभ पांडे को जेल में यातनाएं दी गई। उन्हें तीन वर्ष तक जेल में रहना पड़ा था। वह भूखे-प्यासे रहे। ऐसे ही देश के कई आंदोलनकारियों को जेल में ठूंसा गया। पांडे को कार्यकर्ताओं ने सम्मानित किया। कुमाऊं सह संयोजक कुंदन परिहार ने आपातकाल के दौरान लोकतंत्र को कुचलने के कुचक्र पर प्रहार किया। उन्होंने कहा कि सरकारी तंत्र को भी तब दुरुपयोग किया गया था। तभी से भाजपा 25 जून को काला दिवस के रूप में मनाती है। इस दौरान जिला पंचायत अध्यक्ष बसंती देव, इंद्र सिंह फस्वार्ण, आदर्श कठायत, डा. राजेंद्र परिहार, मनोज ओली, जीवंती कांडपाल, प्रकाश साह, रमेश तिवारी, खड़क टंगड़िया, आशा फुलारा, रेखा गोस्वामी, भावना गढ़िया, कमल खेतवाल, प्रशांत तिवारी आदि मौजूद थे।