⏩ मधुमक्खी के छत्ते पर शहद खाने आया था भालू, इंसानों को देख हुआ हमलावर
सीएनई रिपोर्टर, उत्तरकाशी
कहते हैं कि मौत का दिन, समय सब निश्चित होता है। उत्तरकाशी जनपद में हुई घटना इसकी बानगी है, जहां भालू ने एक महिला पर प्राणघातक हमला किया, लेकिन उसकी जान बच गई। वहीं महिला को बचाने आये व्यक्ति को भालू ने बुरी तरह से चीड़—फाड़ कर मौत के घाट उतार दिया। आशंका जताई जा रही है कि भालू मधुमक्खी के छत्ते में शहद लेने आया था, लेकिन अचानक इंसानों को देखकर हमलावर हो गया।
मिली जानकारी के अनुसार यह दर्दनाक हादसा जनपद के भटवाड़ी ब्लॉक स्थित गणेशपुर गांव में हुआ है। बताया जा रहा है कि गांव से करीब 2.5 किमी दूर वनक्षेत्र में स्थित एक गोशाला में पशुओं की देखभाल हेतु हरदेई देवी (55 वर्ष) रहा करती है। गोशाला के बाहर ही मधुमक्खी पालन के लिए एक बॉक्स भी लगाया गया था। रविवार को भालू वहां शहद खाने आया। इस बीच अचानक हरदेई देवी उसके सामने आ गई। जिसके बाद भालू ने उस पर हमला कर दिया। महिला द्वारा शोर मचाने पर पड़ोस में रहा रहे शमशेर सिंह (61 वर्ष) उसे बचाने के लिए आ गए। तभी भालू ने शमशेर पर हमला कर दिया, जिससे उसकी मौत हो गई।
इस घटना का पता तब चला जब देर शाम शमशेर सिंह के बेटे ने पिता का हाल—चाल जानने को फोन किया। तब घायल हरदेई ने पूरी बात बताई। जिसके बाद ग्रामीण व वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और घायल को अस्पताल भर्ती कराया। वहीं शमशेर सिंह मौके पर मृत पाये गये।
इधर वन क्षेत्राधिकारी बाड़ाहाट रेंज रविंद्र पुंडीर ने बताया कि हादसे में घायल हरदेई देवी को फौरी तौर पर 20 हजार की सहायता राशि दी गई है। गंभीर घायल की श्रेणी में आने पर आगे और मदद दी जायेगी। वहीं मृत शमशेर के परिजनों को मुआवजे के रूप में चार लाख की धनराशि देने की कार्रवाई गतिमान है। फिलहाल उनके परिवार को 01 लाख का मुआवजा दे दिया गया है।