बागेश्वर न्यूज : 10 किमी पैदल चलकर नरगड़ा पहुँची वंदना, आपदा प्रभावित परिवारों से मिलकर जाना हालचाल

बागेश्वर। जिला पंचायत सदस्य बड़ेत वंदना ऐठानी ने खीरगंगा घाटी से दस किमी पैदल सफर तय कर दूरस्थ गांव नरगड़ा में बीते दिनो आई आसमानी…

बागेश्वर। जिला पंचायत सदस्य बड़ेत वंदना ऐठानी ने खीरगंगा घाटी से दस किमी पैदल सफर तय कर दूरस्थ गांव नरगड़ा में बीते दिनो आई आसमानी आफ़त से प्रभावित परिवारों से मुलाक़ात की। उन्होंने कहा कि सरकार का उद्देश्य ग्रामीण जनता की समस्याओं को मौके पर ही जाकर निस्तारित करना है परन्तु सरकार का कोई भी नुमाईन्दा इन जगहों पर नहीं पहुँचता है जिसके चलते ग्रामीण व्यक्ति को विभागों के चक्कर काटने पड़ते है।
जिला पंचायत सदस्य बड़ेत वंदना 10 किलोमीटर पैदल चल कर आपदा प्रभावित क्षेत्र ग्रामसभा नरगड़ा के भैसुड़ी, नरगड, ओखलढोंग, रसगड, किटोरा, खाईन व तिब्बती तोक पहुंकर आपदा से प्रभावित मातृशक्ति, बुजुर्ग व युवाओ से मिलकर हालचाल जाना और आपदा से ध्वस्त हुए पेयजल, पैदल रास्तो की मरम्मत, छोटी पुलिया निर्माण, बिजली के तारों की मरम्मत एवं कृषि योग्य भूमि, आवासी मकानों की सुरक्षा को लेकर उपजिलाधिकारी को शीघ्र मुआवजा देने की माग की। वंदना ने बताया कि यहाँ जो मंजर देखने को मिला उसकी तस्वीरों से अंदाज़ा लगाया जा सकता है कि कितना भयंकर मंजर रहा होगा।

वंदना ने बताया कि आवागमन के सभी रास्ते टूट चुके हैं, लोगों के घरों में मलवा घुसा हुआ है, जगह-जगह पर ज़मीन स्वतः ही नीचे धँस रही है, जिससे कई मकानों के गिरने का ख़तरा बना हुआ है। गधेरों में आवागमन के लिये जो छोटी पुलिया बनी थी वो बह गयी है, इन्हें पार करना अब लोगों को जान जोखिम में डालने के समान है। जिसके चलते कभी भी किसी बड़ी अनहोनी का ख़तरा बना हुआ है। वहीं जिला पंचायत सदस्य वंदना ने आपदा से हुए नुकसान का जायजा लिया और अपने स्तर से होने वाले समस्या के समाधान के लिए ग्राम वासियों को भरोसा दिलाया और ग्रामीणों ने शासन प्रशासन के खिलाफ अपना रोष ब्यक्त करते हुए अनदेखी का आरोप लगाया। ग्रामीण खङक सिंह, भवानी देवी, जगदीश सिंह, शेर सिंह, मनोज सिंह, भूपाल सिंह, राजेन्द्र सिंह के आवासीय मकानों को खतरा बना हुआ है तथा विद्युत पोल गिरने की स्थिति में है। कृषि भूमि मलवे में तब्दील हैं। वहीं पूर्व में जिला योजना से निर्मित दो पैदल पुलिया क्षतिग्रस्त, लघु सिंचाई गूल क्षतिग्रस्त, नरगड़ा से रसगड़ा, नारगड़ा से किटौरा, ओखलढूंग से किटौरा, भैंसुड़ी से रीमा संपर्क मार्ग क्षतिग्रस्त हैं तथा सकड़ा गधेरे में पैदल पुलिया अपरमेंट क्षतिग्रस्त है।
उन्होंने आपदा प्रभावित क्षेत्रवासियों को विश्वास दिलाया कि दुःख की इस घड़ी में हर समय, हर हाल में आपके साथ कन्धे से कन्धा मिलाकर खड़ी हूँ। उन्होंने आग्रह किया कि अभी आपदा संकट काल का समय है सभी लोग आपस मे समन्वय बना के रहें, आपदा होने की स्थिति में फोन नेटवर्क न होने पर तुरन्त जोर की आवाज से अगल बगल के लोगों को पुकारें, चिल्लायें, सीटी बजाए,सारे राग द्वेष छोड़ एक दूसरे की सहायता करें। भ्रमण के दौरान प्रधान नरगड़ा भागीरथी देवी, उप प्रधान नरगड़ा, तारा राठौर, दरवान कुंवर, खजान सिंह व अन्य ग्रामीण साथ थे।

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