बुलाती है मगर जाने का नहीं – ऐसा ही कुछ हुआ जयराम और दिनेश के साथ…

रुद्रपुर। मामला थोड़ा पुराना हैं लेकिन दिलचस्प भी है। ‘बुलाती है मगर जाने का नहीं’ ये वाक्य कहीं-कहीं सही साबित हो जाता है। ऐसा ही…

बुलाती है मगर जाने का नहीं - ऐसा ही कुछ हुआ जयराम और दिनेश के साथ...

रुद्रपुर। मामला थोड़ा पुराना हैं लेकिन दिलचस्प भी है। ‘बुलाती है मगर जाने का नहीं’ ये वाक्य कहीं-कहीं सही साबित हो जाता है। ऐसा ही कुछ हुआ ऊधम सिंह नगर जिले के जयराम और दिनेश अग्रवाल के साथ। दोनों ने पुलिस को बताया कि उनको कुछ महिलाओं द्वारा लिफ्ट व मार्केट बनाने के नाम पर मीठी-मीठी बातों में फंसाकर घर में बुलाया गया। जब वह मिलने गये तो 5-6 व्यक्ति घर पर आये और घर में बंधक बना लिया और झूठे आरोप लगाकर मुकदमे में जेल भेजने की धमकी देकर, तमंचे की नोक पर मारपीट, गाली गलौच कर जान से मारने की धमकी देते हुए जान बक्सने के लिए रुपये की डिमान्ड की। मामले में नानकमत्ता पुलिस ने हनी ट्रेपिंग गैंग का भंडाफोड़ करते हुए दो महिलाओं समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया।

पुलिस ने 13 अगस्त को मामले का खुलासा करते हुए बताया…

नानकमत्ता पुलिस को शिकायत मिली थी कि विगत 25 मई को जयराम पुत्र इंद्रपाल प्रसाद निवासी अमरिया पीलीभीत अपने मित्र यशपाल के साथ मोटरसाईकिल पर बरा से खटीमा जा रहा था। बिज्टी चौराहा सितारगंज पर दो महिलाएं मिली जिन्होंने नानकमत्ता तक लिफ्ट मांगी। लिफ्ट लेने के बाद उक्त महिलाओं ने मोबाइल नंबर ले लिये और बाद में अपनी मीठी-मीठी बातों में फंसाकर दोस्ती कर ली। कुछ समय बाद उसने मौसी के घर ग्राम बिडौरा मझोला में मिलने के लिए बुलाया। 25 मई 2022 को जयराम और यशपाल बिछौरा मझोला में पहुंच गये। आरोप है कि वहां पहले मेहनमान नवाजी की गयी उसके बाद पांच छह व्यक्तियों को बुलाकर घर में बंधक बना लिया और झूठे आरोप लगाकर जेल भेजने की धमकी देने लगे। उक्त लोगों ने तमंचे की नोंक पर जान से मारने की धमकी देते हुए 50 हजार रूपये देने की मांग की। रूपये लेने के लिए जाने का बहाना बनाकर किसी तरह उन्होंने वहां से भगकर जान बचाई।

ऐसा ही कुछ दिनेश अग्रवाल के साथ हुआ…

इसी तरह का एक मामला दिनेश अग्रवाल पुत्र भीमराज अग्रवाल निवासी पीलीभीत मझोला के साथ भी हुआ। उसने शिकायत में बताया कि उसकी कपड़े की दुकान मेन मार्केट में है। उसके पास गीता नाम की महिला कपड़े खरीदने आती रहती थी। और उधार में कपड़े लेकर जाती थी। उक्त लड़की ने फोन कर कहा कि एक महिला को भेज रही हूं वह कपड़े खरीदना चाहती है। जिसके महिला दुकान पर आई और तीन सूट लिये तथा 1500 रूपये उधार करके चली गई। अगले दिन से ही उक्त महिला का फोन आने लगा कहने लगी कि वह सिसईखेडा में आपकी मार्केट बनवा दूंगी आप मेरे पास आ जाओ। जिसके बद वह 10 जून 2002 को सिसईखेडा गया उक्त महिला सड़क पर मिली और घर ले गई। कुछ देर बाद ही 5-6 लडके भी आ गये और मारपीट करने लगे। उन्होंने जेब से 10 हजार रुपये व मोबाईल फोन छीन लिया और दो लाख रुपये की मांग करने लगे। किसी तरह उसने उक्त लोगों से अपनी जान बचाई।

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पुलिस की गिरफ्त में हनी ट्रेपिंग गैंग की दो महिलायें और तीन पुरुष

हनी ट्रेपिंग गैंग में दो महिलाओं समेत पांच गिरफ्तार

दोनों मामलों को गंभीरता से लेते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने खुलासे के लिए टीमों का गठन किया था। लम्बी छानबीन के बाद पुलिस ने मामले में सिसई खेड़ा निवासी गुरविंदर सिंह, सुखविंदर सिंह उर्फ कुलवंत सिंह, गोगी व दो महिलाओं बलवन्त कौर और गीता उर्फ मंजीत कौर को गिरफ्तार कर लिया गया। दोनों महिलाएं नानकमत्ता क्षेत्र की हैं। गिरोह में गुराम सिंह उर्फ़ गामा उर्फ मामू निवासी हरैया नानकमत्ता, बूटा सिंह, जैन्टी उर्फ गुरजन्ट सिंह आदि के नाम भी सामने आये हैं। इनमें से गुरनाम सिंह पहले ही जेल जा चुका है। अन्य की पुलिस तलाश कर रही है। फरार बूटा सिंह इस गिरोह का लीडर है। उसके खिलाफ नानकमत्ता में आधा दर्जन मुकदमे दर्ज हैं।

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