✒️ सड़क पर बड़े-बड़े गड्ढे, आवागमन हुआ दुष्कर
✒️ दो दर्जन से अधिक गांवों के काश्तकार, अल्मोड़ा-पिथौरागढ़ वाले भी प्रभावित
सीएनई रिपोर्टर, गरमपानी/बेतालघाट
जनपद नैनीताल के बेतालघाट में कारगिल शहीद के नाम पर बने बलवंत सिंह मोटर मार्ग लंबे समय से बदहाल बना हुआ है। जहां दो दर्जन से भी अधिक गांवों के काश्तकार अपनी उपज को मंडी तक ले जाने के लिए इसी मार्ग पर निर्भर हैं, वहीं जनपद अल्मोड़ा, पिथौरागढ़ आदि स्थानों से भी आम लोगों एवं पर्यटकों के लिए दिल्ली एवं देहरादून आदि स्थानों पर जाने के लिए यह सड़क लघुत्तम मार्ग के रूप में है। इस महत्वपूर्ण सड़क मार्ग को लेकर आज क्षेत्र के लोगों ने एक दिवसीय उपवास किया और सीएम को ज्ञापन भी भेजा।
उल्लेखनीय है कि बेतालघाट में कारगिल शहीद बलवंत सिंह मोटर मार्ग की स्थिति अत्यन्त ही जीर्ण क्षीण अवस्था में पहुंच गई है। जिस कारण बेतालघाट के विकास की जीवन रेखा कही जाने वाली इस सड़क में आम आवागमन लगभग बंद सा हो गया है। उक्त सड़क में दो दर्जन से भी अधिक गांव के लोग काश्तकारी से जुड़े हैं और अपनी उपज को मण्डी तक ले जाने में खराब सड़क की वजह से असमर्थ हैं। वहीं, जनपद नैनीताल के अलावा जनपद अल्मोड़ा, पिथौरागढ़ आदि स्थानों से भी आम लोगों एवं पर्यटकों के लिए दिल्ली एवं देहरादून आदि स्थानों पर जाने के लिए यह सड़क लघुत्तम मार्ग के रूप में प्रयोग करते हैं। वर्तमान में उक्त मोटर मार्ग में बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं। जिस कारण वाहनों की आवाजाही बंद हो गई है, केवल भारी वाहन ही चल पा रहे हैं।
इधर इस मसले को लेकर बेतालेश्वर सेवा समिति की ओर से एक दिवसीय उपवास कार्यक्रम रखा गया। साथ ही सीएम को एक ज्ञापन भी भेजा गया। ज्ञापन में उन्होंने कहा कि बेतालघाट के विकास के लिए एवं वहां के काश्तकारों एवं आम जनजीवन को दुरस्त करने के लिए उक्त मार्ग का जनहित में शीघ्र दुरस्तीकरण अत्यन्त आवश्यक है। इसी मुहिम को लेकर आज समिति द्वारा बेतालघाट ब्लाक मुख्यालय में एक दिवसीय उपवास कार्यक्रम रखा गया है, जिसमें सभी क्षेत्रवासियों का सहयोग समिति को प्राप्त है। उन्होंने सीएम से आग्रह किया कि उक्त मार्ग का शीघ्र दुरस्तीकरण कर क्षेत्रवासियों एवं आवागमन करने वाले पर्यटकों को उक्त मार्ग की सुविधा प्रदान करें।
उपवास में समिति के अध्यक्ष राहुल अरोरा, दीप रिखाड़ी, रमेश चंद्र तिवारी, हरीश सिंह, ममता देवी, जानकी लोहिया, विमला देवी, गौरव पाण्डेय, लक्ष्मी नारायण, शेखर दानी, केवलानाथ, दीपक सिंह सहित दो दर्जन से अधिक ग्राम प्रधान व स्थानीय ग्रामीण शामिल हुए।