सिमकनी मैदान में छा गया खेल प्रतियोगिताओं का उत्साह व हर्षोल्लास

✒️ क्रिकेट, खो-खो, कबड्डी का आयोजन 👉 शिक्षा संकाय में सामुदायिक कार्यशाला, तृतीय दिवस सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा। एस.एस.जे. परिसर अल्मोड़ा के शिक्षा संकाय में सामुदायिक…

सिमकनी मैदान में छा गया खेल प्रतियोगिताओं का उत्साह व हर्षोल्लास



✒️ क्रिकेट, खो-खो, कबड्डी का आयोजन

👉 शिक्षा संकाय में सामुदायिक कार्यशाला, तृतीय दिवस

सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा। एस.एस.जे. परिसर अल्मोड़ा के शिक्षा संकाय में सामुदायिक कार्यशाला जारी है। आज शुक्रवार को तृतीय दिवस खेल प्रतियोगिता के उत्साह व हर्षोल्लास से परिपूर्ण रहा।

शिक्षा संकाय में सामुदायिक कार्यशाला, तृतीय दिवस
शिक्षा संकाय में सामुदायिक कार्यशाला, तृतीय दिवस

संकाय में प्रशिक्षणार्थियों के सर्वांगीण विकास के उद्देश्य से एम.एड. व बी.एड. तृतीय संत्रांश के प्रशिक्षणार्थियों के लिए स्वच्छता अभियान, जागरूकता संबंधी चार्ट/पोस्टर प्रतियोगिता व बी.एड. प्रथम सत्रांश के प्रशिक्षणार्थियों हेतु ‘आनंदपूर्ण अधिगम विषय के अंतर्गत स्वच्छता अभियान, नुक्कड़-नाटक प्रतियोगिता, प्रस्तुतीकरण आदि कार्यक्रम आयोजित कराए जा रहे हैं।

तृतीय दिवस में प्रशिक्षणार्थियों के शारिरिक विकास व जीवन में खेल का महत्व दर्शाने के लिए विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। संकाय के समस्त प्राध्यापकगण व प्रशिक्षणार्थी खेल प्रतियोगिता हेतु सिमकनी मैदान में एकत्रित हुए, समस्त प्रशिक्षणार्थी जनों ने सिमकनी मैदान में प्रार्थना कर मैदान व निकटतम क्षेत्र को गुंजित किया गया।

खेल प्रतियोगिताओं की शुरुआत विभाग की वरिष्ठ प्राध्यापक प्रो. रिजवाना सिद्दीकी ने समस्त प्रशिक्षणार्थियों को संबोधित करते हुए किया। उनके द्वारा बताया गया कि खेल प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग, विद्यार्थियों में आत्मविश्वास, अनुशासन, सामरिक कौशल, सहयोग, नैतिक मूल्य, समय प्रबंधन, शारिरिक स्वास्थ्य तथा सर्वांगीण व्यक्तित्व विकास को बढ़ाता है। खेलकूद से एकाग्रता का गुण आता है जिससे, आध्यात्मिक साधना में मदद मिलती है।

प्रतियोगिताओं का यह रहा रिजल्ट

खेल प्रतियोगिताओं में क्रिकेट, खो-खो, कबड्डी का आयोजन किया गया। क्रिकेट में बी.एड. तृतीय सत्रांश के प्रशिक्षणार्थियों (छात्र) ने बी.एड प्रथम व एम.एड. तृतीय की सहयोगात्मक टीम को हराकर विजय प्राप्त की, बी.एड. तृतीय सत्रांश के भास्कर भट्ट ‘मैन ऑफ़ द मैच’ बने। बी.एड. तृतीय सत्रांश की छात्राओं द्वारा भी उत्कृष्ट प्रदर्शन कर बी.एड. प्रथम की छात्राओं को खो-खो व कबड्डी में हराया गया। इसके अतिरिक्त ‘कुर्सी दौड़’ व ‘बोल भाई कितने, आप चाहें जितने’ जैसे विशेष खेलों का आयोजन किया गया, जिसमें समस्त प्रशिक्षणार्थी सामूहिक रूप से प्रतिभाग कर सकें।

द्वितीय सत्र के डॉ. संजीव आर्या रहे चीफ गेस्ट

कार्यशाला के द्वितीय सत्र में आज के मुख्य अतिथि व व्यक्ति विशेष के रूप में चित्रकला विभाग से ‘उत्तराखण्ड शिरोमणि सम्मान’, श्रेष्ठ शिल्पी सम्मान’ प्राप्तकर्ता, बहुआयामी व्यक्तित्व के सहायक प्राध्यापक डॉ. संजीव आर्या उपस्थित रहे। स्वागत विभागाध्यक्ष प्रो. भीमा मनराल के द्वारा पुष्पगुच्छ भेंट कर किया गया। सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने बताया कि ‘उद्यमिता और कौशल विकास’ पर होने वाली आज की चर्चा सभी प्रशिक्षणार्थियों में दिन-प्रतिदिन की व्यावसायिक गतिविधियों में बेहतर निर्णय लेने की गुणवत्ता उत्पन्न करेगी।

तत्पश्चात कार्यशाला के व्यक्ति विशेष द्वारा उद्यमिता और कौशल विकास’ विषय पर अहम व्याख्यान दिया गया। उनके द्वारा बताया गया कि हर व्यक्ति में कुछ विशेष काबिलियत और उद्यमी कला छुपी होती है, जिसको उभारकर अपने चरित्र में लाना मानव व विशेषत: विद्यार्थी जीवन का मुख्य उद्देश्य होना चाहिए। हमारा देश उद्यमशीलता की राह पर अग्रसर है और प्रत्येक नागरिक का सहयोग व कलात्मक गुण इसमें बहुत बड़ा योगदान देगा।

कार्यक्रम का संचालन प्रो. रिजवाना सिद्दीकी के द्वारा किया गया। कार्यशाला के तृतीय दिवस में विभाग के अन्य शिक्षकगण डॉ. नीलम, डॉ. देवेन्द्र चम्याल, डॉ. संदीप पाण्डे, मनोज कुमार, मनोज कार्की, डॉ. ममता काण्डपाल, डॉ. पूजा, अंकिता, ललिता रावल, विनीता लाल, सरोज जोशी, बी.एड. प्रथम, बी.एड. तृतीय व एम. एड. तृतीय के प्रशिक्षणार्थी उपस्थित रहे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *