अनुकरणीय: शिक्षिका हेमलता ने उठाया प्रेरणादायी कदम, हर कोई कर रहा प्रशंसा

✍️ हल्द्वानी शहर में परिवार, आर्थिक स्थिति सुदृढ़, फिर भी बच्चे को ग्रामीण क्षेत्र के सरकारी विद्यालय में दिलाया प्रवेश सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा: जहां अच्छी…

शिक्षिका हेमलता ने उठाया प्रेरणादायी कदम, हर कोई कर रहा प्रशंसा

✍️ हल्द्वानी शहर में परिवार, आर्थिक स्थिति सुदृढ़, फिर भी बच्चे को ग्रामीण क्षेत्र के सरकारी विद्यालय में दिलाया प्रवेश

सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा: जहां अच्छी खासी तनख्वाह पाने वाले व सुविधा संपन्न लोग आज के दौर में सरकारी स्कूलों से दूरी बना रहे हैं और अपने पाल्यों को शहरों के नामी व महंगे निजी विद्यालयों में पढ़ाने को अपनी पद प्रतिष्ठा से जोड़ते हैं। सरकारी स्कूलों में छात्र संख्या में कमी के कारणों में एक वजह यह भी है। ऐसे में शिक्षिका हेमलता बोरा ने प्रेरणादायी कदम उठाया है। उनके इस कदम की हर कोई भूरि—भूरि प्रशंसा कर रहा है। सारी सुविधाओं व मजबूत आर्थिक स्थिति के बावजूद उन्होंने अपने बच्चे को हल्द्वानी से लाकर छठी कक्षा में ग्रामीण क्षेत्र के राजकीय इंटर कालेज में छठी कक्षा में प्रवेश दिलाया है।

अल्मोड़ा जनपद के ताड़ीखेत ब्लाक अंतर्गत स्थित राजकीय इंटर कालेज नौगांव में कार्यरत अतिथि प्रवक्ता हेमलता बोरा ने अपने पुत्र निर्भय सिंह को हल्द्वानी से लाकर ग्रामीण क्षेत्र सरकारी विद्यालय राजकीय इंटर कालेज नौगांव में छठी कक्षा में प्रवेश दिलाया है, जबकि उनके पुत्र निर्भय ने प्राथमिक शिक्षा हल्द्वानी में ही पब्लिक स्कूल से पाई है और उन्हें अपने पुत्र को हल्द्वानी शहर के किसी भी निजी व नामी स्कूल में पढ़ाने में कोई अड़चन नहीं है। वह इसके लिए सक्षम हैं। उनका पूरा परिवार हल्द्वानी में ही रहता है। उनके पति जीवन सिंह थल सेना में नायक सूबेदार के पद पर कार्यरत हैं। शिक्षिका हेमलता बोरा ने अपने परिवार की अनुमति लेते हुए अपने पुत्र को सरकारी विद्यालय में पढ़ाने का फैसला किया और उसे राजकीय इंटर कालेज नौगांव में प्रवेश दिलाया है। उनके इस कदम की हर कोई प्रशंसा तो कर ही रहा है, साथ ही लोग इसे अनुकरणीय बता रहे हैं।

उल्लेखनीय है कि इस दौर में तमाम सरकारी विद्यालयों के शिक्षक और सुविधासंपन्न लोग अपने पाल्यों को सरकारी विद्यालयों के बजाय शहरों के महंगे निजी स्कूलों में पढ़ा रहे हैं और आज के दौर में लोग निजी विद्यालयों में बच्चों को पढ़ाने को अपने पद प्रतिष्ठा से जोड़ते हैं। ऐसे में शिक्षिका हेमलता बोरा का यह कदम बेहद प्रेरणादायी कहा जा सकता है। उनके इस निर्णय का राजकीय इंटर कालेज नौगांव के प्रधानाचार्य संतोष कुमार एवं विद्यालय स्टाफ व अभिभावकों ने अनुकरणीय बताया और पिछले दिनों नव प्रवेशी बच्चों के साथ ही हेमलता बोरा को भी सम्मानित किया। इतना ही नहीं मुख्य शिक्षा अधिकारी एडी बलोदी व जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक चन्दन सिंह बिष्ट ने भी श्रीमती बोरा के इस कार्य को अनुकरणीय व सराहनीय बताया है। इधर एजुकेशनल मिनिस्ट्रीयल आफीसर्स एसोसिएशन कुमाऊं मण्डल के अध्यक्ष पुष्कर सिंह भैसोड़ा ने भी शिक्षिका हेमलता बोरा के इस कदम को सराहा है और कहा है कि सभी को इससे सीख लेनी चाहिए।

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