बर्बाद उम्मीद, डबडबाई आंखें : अचानक धधक उठी आग और तबाह हो गयी काश्तकार के 22 बीघा खेत में गेहूं की खड़ी फसल

सीएनई रिपोर्टर, हल्द्वानी
यहां चंद मिनटों में ही किसानों की साल भर की मेहनत बर्बाद हो गई। अचानक आग की लपटें धधकी और धू—धू कर 22 बीघा खेतों में खड़ी फसल स्वाह हो गई।
यह घटना हल्द्वानी के घुनी नंबर दो गांव की है। जहां काश्तकार बहादुर सिंह बिष्ट के खेत में अचानक आग लग गई। देखते ही देखते आग ने विकाराल रूप ले लिया। धधक रहे खेतों को देख पूरे इलाके में हड़कंप मच गया। सभी लोग खेतों की ओर दौड़ पड़े। ट्रैक्टर चला कर फायर लाइन बनाई गई तो किसी से पानी से भरा टैंकर जलती हुई फसल पर उडेला। बावजूद इसके आग ने चंद मिनटों पर ही 22 बीघा खेत में खड़ी गेंहू की फसल स्वाह कर दी। इस घटना से काश्तकार बहादुर सिंह बिष्ट और उनका परिवार उबर नही पा रहा है। बताया जा रहा कि अगर लोगों की मदद से समय से आग पर काबू नहीं पाया तो शायद आग बेकाबू हो जाती और 22 बीघा के आस-पास और गांव की खड़ी फसल भी स्वाह हो सकती थी। स्थानीय लोगों ने बिना प्रसाशन की मदद से ही अपने ट्रेक्टर ओर पानी के टैंकरों से आग बुझाने का काम किया। काश्तकारों का अरोप है कि घटना की सूचना समय से प्रशासन को दे दी गई थी, लेकिन मदद नही मिल पाई।