दीपक पाठक, बागेश्वर
ग्रेड—पे देने की एक सूत्रीय मांग को लेकर आंदोलित महात्मा गांधी नरेगा कर्मचारी संगठन ने हड़ताल जारी रखने का एलान कर दिया है। अपर मुख्य सचिव ग्राम विकास के निर्देशों को मानने से इंकार करते हुए नरेगा कर्मचारी आज भी काम पर नहीं लौटे, जबकि उनसे आज से काम पर लौटने को कहा गया था। उन्होंने साफ कर दिया कि अब वह एक सूत्रीय मांग के पूरी होने बाद ही काम करेंगे। साथ ही काम से निकाले जाने की धमकी का भी घोर विरोध किया है।
शनिवार को स्थानीय कार्यालय में जिलाध्यक्ष धीरज सिंह रावत की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में मनरेगा कर्मचारियों ने कहा कि एक सूत्रीय मांग को लेकर वह 75 दिन से अनिश्चितकालील हड़ताल पर हैं। 21 मई को शासन से पत्र आया और बिना शर्त 29 मई से काम पर लौटने को कहा गया। उन्होंने कहा कि यह कर्मचारियों का शोषण भर है। वह निकाले जाने की धमकी से डरने वाले नहीं हैं। अपनी मांग पूरी होने के बाद काम पर लौटेंगे और अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी रहेगी। वहीं मनरेगा कर्मचारियों के अनिश्चितकालीन हड़ताल के कारण गांव में मनरेगा के कार्य ठप हो गए हैं।
जिससे गांव में काम करने वाले मनरेगा मजदूरों के सामने भी रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है। गांवों में मनरेगा के तहत किए जा रहे विकास कार्य ठप पड़ गए हैं। गांवों में मनरेगा के निर्माण कार्यों के मस्ट्रोल जारी नहीं हो रहे हैं। निर्माण कार्यों के एमआईएस फीड नहीं हो रहे हैं। किए गए निर्माण कार्यों का भुगतान नहीं हो पा रहा है। बैठक में गोविंद थायत, राजेंद्र ऐठानी, अजय कुमार भट्ट, सतीश बोरा, आसिफ खान, संगीता मिश्रा, संतोष भट्ट, गिरीश परिहार, संजय कांडपाल, ममता गोस्वामी, मनोज जोशी, विक्रम सिंह, हितेष जोशी, देवकी नंदन जोशी, मोहन राम आर्य आदि मौजूद थे।
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