Uttarakhand News | उत्तराखंड के कुमाऊं और गढ़वाल में बारिश और बर्फबारी का दौर जारी है। बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री समेत हर्षिल, चकराता और टिहरी के सुरकंडा क्षेत्र में बर्फबारी होने से लोगों के चेहरे खिल उठे। चकराता और सुरकंडा में सीजन की पहली बर्फबारी हुई है।
केदारनाथ में दिनभर बर्फबारी होती रही, जिससे लगभग डेढ़ फीट बर्फ जम गई है। बीते चार माह में केदारनाथ में एक दिन में यह सबसे अधिक बर्फबारी है। वहीं, निचले इलाकों में देर शाम हल्की बारिश हुई। गंगोत्री व यमुनोत्री धाम सहित ऊंचाई वाले इलाकों ने बर्फ की सफेद चादर ओढ़ ली है। निचले इलाकों में रुक-रुककर बारिश के चलते तापमान में गिरावट आई है। जिसके चलते कड़ाके की ठंड महसूस की जा रही है।
बर्फबारी के बाद कई पर्वतीय मार्ग बंद हैं। गंगोत्री- यमुनोत्री और बदरीनाथ हाईवे भी बर्फबारी के बाद से बंद है। बीआरओ गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग को खोलने में जुटा है। यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग फूल चट्टी से आगे बाधित है। एनएच की टीम मार्ग खोलने में जुटी हुई है। बर्फबारी के कारण लंबगांव मोटर मार्ग चौरंगी खाल के पास बंद हुआ है। वहीं बदरीनाथ मोटर मार्ग हनुमान चट्टी से आगे बर्फबारी के कारण अवरुद्ध है। मंडल चोपता मोटर मार्ग धोती धार के पास सुबह से बंद पड़ा हुआ है।
मौसम का मिजाज बदलते ही पहाड़ों ने सफेद बर्फ की चादल ओढ़ ली। बर्फबारी का ये नजारा देवभूमि उत्तराखंड में जन्नत का अहसास करा रहा है। खूबसूरत बर्फीली वादियों से नजर नहीं हटेगी। सफेद चादर बिछते ही रौनक लौटी और पर्यटक भी मौज मस्ती करने पहुंच गए। चमोली जनपद में रातभर से बारिश और बर्फबारी का दौर जारी है, जिससे ऊंची चोटियों ने बर्फ की सफेद चादर ओढ़ ली है। बदरीनाथ धाम, हेमकुंड साहिब, फूलों की घाटी सहित ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी हो रही हैं।
लोगों को हालांकि कोरी ठंड से राहत मिली है। इस बारिश और बर्फबारी को फसलों के लिए संजीवनी बताया जा रहा है। बदरीनाथ धाम सहित हेमकुंड साहिब, रुद्रनाथ, लाल माटी, नंदा घुंघटी, औली, गोरसों सहित नीती और माणा घाटियों में बर्फबारी हुई है। निजमुला घाटी के पाणा, ईराणी, झींझी गांव में भी बर्फबारी हुई, वहीं पर्यटन ग्राम रामणी में भी बर्फबारी होने से खेतों और आम रास्तों में बर्फ बिछ गई है। औली में बर्फबारी से पर्यटन कारोबारियों के चेहरे भी खिल गए हैं।
नैनीताल में सीजन की पहली बर्फबारी
लंबे इंतजार के बाद सरोवर नगरी नैनीताल की सबसे ऊंची नैना पीक (Naina Peak) की चोटी में मौसम के पहले हिमपात का नजारा देखने को मिला। नगर के अन्य क्षेत्रों में बीती आधी रात से शुरू हुई बारिश का क्रम उर्वरत जारी है। मौसम में आए बदलाव से कड़ाके की ठंड पड़ रही है। मौसम के बदले मिजाज से पर्यटन कारोबार का सूखा खत्म होने की उम्मीद है। नैना पीक में एक इंच हिमपात हुआ है और अधिक हिमपात के आसार बने हुए हैं। इधर नगर के अन्य क्षेत्रों में रात 12 बजे से बारिश शुरू हो गई थी, जो अपराह्न 11 बजे तक जारी है। करीब दो माह बाद बारिश का सूखा खत्म हुआ है। साथ ही हिमपात की मुराद भी पूरी हो गई है।
मसूरी-धनोल्टी में सीजन की पहली बर्फबारी
उत्तराखंड के पर्यटन स्थलों में बर्फबारी का सिलसिला जारी है। नैनीताल, धनोल्टी, हर्षिल, चकराता और सुरकंडा के बाद अब पहाड़ों की रानी मसूरी और धनोल्टी में भी बर्फबारी शुरू हो गई। मसूरी में गुरुवार को सीजन का पहला हिमपात हुआ। इसके साथ ही तापमान में भी गिरावट आई है। जिससे कड़ाके की ठंड भी पड़ रही है।