नारायण सिंह रावत
सितारगंज। लॉकडाउन में जहां लोग भयग्रस्त होकर घरों में हैं तो वहीं, शराब माफिया अपने कारोबार में मशगूल हैं। इस वक्त उनके पास टाइम की काफी शॉर्ट चल रही है। शराब माफिया के गुर्गें कार, बाइक और स्कूटी के माध्यम से शराब की सप्लाई कर रहे हैं। पुलिस के लॉकडाउन का पालन कराने में जुटे होने के कारण वो व्यस्त है, जिसका लाभ यह शराब माफिया उठा रहे हैं। शहर के दो प्रमुख शराब माफिया दुगने और तीगने दामों पर शराब बेचकर मोटी कमाई कर रहे हैं। यूं तो शहर में पहले से ही अवैध शराब के धंधे में शराब माफिया सक्रिय थे किन्तु कोरोना महामारी के बाद हुए लॉकडाउन में इनकी संख्या तेजी से बढ़ी है।
फिर भी शहर के दो शराब माफियाओं ने इस अवैध धंधे में सबको पीछे छोड़ दिया है। काम ज्यादा होने की वजह से इन्होने अपने कई एजेंट और गुर्गे पाल लिए है। एजेंट जहां माल सप्लाई का काम देखते है तो वही गुर्गें पुलिस और उनके मुखबिरों पर नजर रखते हैं। इन शराब माफिया ने नगर के अतिरिक्त सिडकुल रोड़, बैगुल पुल बरूवाबाग, सिसौना, उकरौली आदि कई क्षेत्रों में इस समय बड़े स्तर पर शराब की तस्करी हो रही है। जो होम डिलवरी के साथ शराब को मंहगी दामो में बेच रहे 500 वाली सराब 1000 में व 1000 वाली 2500 तक के दामों में बेच रहे हैं।
इतना ही नहीं जब इनके पास हरियाणा, दिल्ली आदि अन्य प्रदेशों की शराब की कमी हो जाती है तो यह नकली शराब तैयार कराकर भी सेल कर रहे हैं। विदित हो कि अभी कुछ दिन पूर्व ही चीकाघाट के पास से नकली शराब बनाने की एक बड़ा कारखाना पकड़ा था जिसमें लाखों की शराब प्रति माह बनायी जाती थी। इसके आलावा सूत्रों का कहना है कि जो शराब हरियाणा आदि स्टेट का ब्रांड होता है, वो उत्तर प्रदेश तथा बाजपुर में ही नकली तौर पर तैयार कर सप्लाई किया जाता है। इस तरह की शराब से इलाके में कभी कोई बड़ा हादसा भी हो सकता है। मालूम हो कि रूड़की में जहरीली शराब के सेवन से कई लोगो की मौत भी हो चुकी है। चुंकि लॉकडाउन के कारण शराब की लाइसेंस वाली दुकानें बंद हैं ऐसे में शराब न मिलने के कारण नशे के तलबगारों की तलब औरभी बढ़ गई है।
लिहाजा शराब के तलबगार शराब को लेकर बेचैन हो रहे हैं। और वे ऊंचे दामों पर कोई सी भी शराब खरीदने को विवश हैं। इधर, सूत्रों ने बताया कि वर्तमान में शराब माफिया के पास पार्टी स्पेशल, मेक डावल, रायल स्टेज, वाइट् इन ब्लू, बिलेण्डर, इम्पीरियल ब्लू के बोटल, क्वार्टर, हाफ हर साइज में उपलब्ध है। इतना ही नहीं, मोटे ग्राहकों को शराब माफियाओं के एजेंट शराब की होमडिलिवरी भी कर रहे हैं। यह भी खबर है कि एक अल्टो कार और स्कूटी रामलीला मैदान से शराब की सप्लाई को 24 घंटे उपलब्ध रहती है। यह भी बताया जा रहा है कि शराब माफिया ने शहर के कई हिस्सों में अपना बड़ा स्टाक रखा हुआ है। ताकि क्षेत्र के हिसाब से सप्लाई प्रभावित न हो सके। बरहाल पुलिस जनता से लॉकडाउन का पालन कराने बिजी है तो शराब माफिया अवैध शराब के अपने धंधे को चार चांद लगाने में व्यस्त है।