- धरने को बीते 15 दिन पैंशनर्स ने सीएम की घोषणा को बताया छलावा
- सीएम की समिति गठित करने की घोषणा पर उठाये सवाल
सीएनई रिपोर्टर, भिकियासैंण
भिकियासैंण तहसील परिसर में गवर्नमेंट पैशनर्स वेलफेयर आर्गनाइजेशन का धरना आज पंद्रहवें दिन में प्रवेश कर गया है, लेकिन सरकार पैंशनर्स के इस आंदोलन को कोई तवज्जो नहीं दे रही है।
पैंशन धारी कर्मचारियों का कहना है कि मुख्यमंत्री ने गत दिनों अल्मोड़ा आगमन पर मुख्य सचिव की अध्यक्षता में एक समिति गठित करने की घोषणा की, जो छलावा मात्र है। इससे पैंशनर्स व कर्मचारी खासे नाराज़ हैं। इधर आंदोलन स्थल पर ही आर्गनाइजेशन के अध्यक्ष तुला सिंह तड़ियाल ने सचिवालय संघ से भी फोन पर बात की। संघ के उपाध्यक्ष श्री लखेड़ा ने बताया कि वे एक—दो दिन के अंदर आन्दोलन की रणनीति बनाने की तैयारी कर रहे हैं। इधर विभिन्न संगठनों ने भी आन्दोलन में कूदने का मन बना लिया है।
आज आन्दोलन को अपना समर्थन देने राष्ट्रीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष कामरेड आनन्द नेगी भी धरना स्थल पर पहुंचे। उन्होंने बैठक में कहा कि आज सभी को मिलकर लड़ने की जरूरत है। देश भर मेंं मजदूर, किसान, बेरोजगार, कर्मचारी, सभी सड़कों पर हैं। किसान आंदोलन को आज नौ महीने पूरे हो चुके हैं। देश में सरकार जैसी कोई चीज रह नहीं गई है। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार आज सल्ट विकासखंड के पैशनर्स ने धरना प्रदर्शन में भागीदारी की।
बैठक को गोपाल दत्त भट्ट, के एस मेहता, कुबेर सिंह कड़ाकोटी, खीमानंद जोशी, गंगा दत्त जोशी, जीडी शर्मा, एपी लखचौरा, डीएस बंगारी, बालम सिंह बिष्ट, केडी ध्यानी, डीडी लखचौरा, कुन्दन सिंह बिष्ट, कैलाश चन्द्र जोशी, शोबन सिंह मावड़ी, बालम सिंह रावत, राजेन्द्र सिंह मनराल आदि ने सम्बोधित किया। धरना स्थल पर आन्दोलनकारियों ने जन गीतों के माध्यम से सरकार को चेताने का प्रयास किया।