नारायण सिंह रावत
सितारगंज। राज्य स्थापना दिवस पर नगर की तहसील में राज्य स्थापना दिवस मनाया गया। इस दौरान एसडीएम मुक्ता मिश्रा ने वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी दिगम्बर सती को शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया। सोमवार को तहसील परिसर में हुए कार्यक्रम में दिगम्बर सती ने सबसे पहले राज्य के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले शहीदों को याद करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। जिसके बाद सती ने राज्य आंदोलन की यादों को ताजा करते हुए बताया कि किस तरह से आंदोलनकारियों ने अपने बलिदान देकर उत्तराखंड राज्य की स्थापना की है। जिसे उत्तराखंड की जनता कभी नहीं भूलेगी।
उन्होंने बताया कि आंदोलनकारियों ने अपनी पूरी जवानी एवं पढ़ाई लिखाई सब छोड़कर राज्य आंदोलनों में भागीदारी की। लेकिन राज्य बने 20 वर्ष होने के बाद भी राज्य आंदोलनकारियों के सपनों का राज्य अभी तक नहीं हो पाया है। उन्होंने शहीदों की याद में बनाये गए स्मारकों को तोड़ने की भी तीखी आलोचना की। उन्होंने एसडीएम महोदया से क्षेत्र के आंदोलनकारियों को प्रमाण पत्र दिए जाने की भी मांग की।
उसके बाद एसडीएम मुक्ता मिश्रा ने सम्बोधित करते हुए शहीदों के सपनों का उत्तराखंड बनाने के लिए सभी से सहयोग करने को कहा। इस मौके पर तहसीलदार परमेश्वरी लाल, पटवारी त्रिलोचन सुयाल, शेखर चंद्र पंत, मनोज जोशी, बाबू मियां, अबरार अहमद, तेज सिंह नेगी, उमेद सिंह नेगी, मोहन सिंह, विरेंद्र बिष्ट, शान्ति पाण्डे, हरीश शर्मा, नित्यानंद जोशी, पदम सिंह बोरा, ज्ञानचंद कंबोज, सुमन व इंद्रवती आदि लोग मौजूद रहे।