सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान के तत्वावधान में विज्ञान सप्ताह के प्रथम चरण में राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पिंगलो में दो दिवसीय अनुभव आधारित कार्यशाला शुरू हो गई है। कार्यशाला के उद्घाटन अवसर पर मुख्य संदर्भ दाता आशुतोष उपाध्याय ने कहा की विज्ञान को भाषा के माध्यम से पढ़ के नहीं सीखा जा सकता है। पढ़ने और सीखने में अंतर है। सीखना जीवन प्रयत्न होता है और वह अनुभव से ही होता है। यदि हम किसी चीज को सीखते हैं तो सीखने से कौशल में वृद्धि होती है।
कार्यशाला समन्वयक एवं कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ. शैलेंद्र धपोला ने कहा कि जनपद में विज्ञान शिक्षण को आधारित बनाने के लिए डाइट द्वारा लगातार विविध कार्यक्रम की जा रहे हैं। एक सप्ताह तक चलने वाले इस कार्यक्रम में विभिन्न अनुभव आधारित विज्ञान कार्यशाला व खेल खेल में विज्ञान गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है।
पहले दिन बच्चों द्वारा सूर्य चंद्रमा की गतियां, अंतरिक्ष की विभिन्न घटना विभिन्न मॉडल तैयार की व रोल प्ले के माध्यम से विभिन्न आकाशी परिघटनाओं को समझने की कोशिश की। इस अवसर पर 120 बच्चे प्रतिभाग कर रहे हैं। जिसमें उच्च प्राथमिक विद्यालय पिंगलो उच्च प्राथमिक विद्यालय रोलयना के विज्ञान शिक्षक भी प्रतिभाग कर रहे हैं। इस अवसर पर डॉ. प्रेम सिंह मावड़ी, विद्यालय के प्रधानाध्यापक सुरेश सती, नीरज पंत ,विनोद उप्रेती, उषा पाठक, पूर्व एसएमसी अध्यक्ष उषा बिष्ट, ममता गोस्वामी, कमला कोटियाल आदि मौजूद रहे।