राष्ट्रनीति संगठन के बैनर तले एकजुट हुए तमाम, 100 दिन पूरे होने पर रैली

✒️ अध्यक्ष विनोद तिवारी ने भरी हुंकार सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा। अंकिता भंडारी को इंसाफ, भूमि सुधार कानून लागू करने व परीक्षा घोटालों की सीबीआई जांच…

राष्ट्रनीति संगठन के बैनर तले एकजुट हुए तमाम

✒️ अध्यक्ष विनोद तिवारी ने भरी हुंकार

सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा। अंकिता भंडारी को इंसाफ, भूमि सुधार कानून लागू करने व परीक्षा घोटालों की सीबीआई जांच समेत विभिन्न मांगों को लेकर चल रहे आंदोलन के 100 दिन पूरे होने पर न्याय रैली निकाली गई। यह आंदोलन राष्ट्रनीति संगठन के बैनर तले मुख्य रूप से विनोद चंद्र तिवारी के नेतृत्व में चलाया जा रहा है।

पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत तमाम लोग आज सुबह यहां गांधी पार्क में एकत्रित हुए। जहां न्याय रैली को संगठन के अध्यक्ष विनोद चंद्र तिवारी ने संबोधित किया। उन्होंने कहा कि राष्ट्रनीति संगठन के धरने के 100 दिन पूरे होने पर इस रैली का आयोजन किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि इस आंदोलन की शुरुआत 07 फरवरी को हुई थी। जिसकी 5 सूत्रीय मांगों में जिसमे अंकिता भंडारी को इंसाफ दिलाने, भूमि सुधार कानून लागू करने, UKPSC UKSSSC घोटाले की सीबीआई जांच करवाने, नकल विरोधी कानून लागू करना शामिल थी। जिसमें से नकल विरोधी कानून की एक मांग जरूर पूरी हुई, पर बाकी मांगें शेष हैं।

विनोद चंद्र तिवारी के नेतृत्व में हुए आयोजन की अध्यक्षता अजय जोशी ने की। मुख्य अतिथि के रूप में बेरोजगर संगठन के अध्यक्ष बॉबी पवार जी मौजूद रहे। संचालन आशीष जोशी ने किया। कार्यक्रम में पूर्व दर्जा मंत्री बिट्टू कर्नाटक, आप पार्टी, यूकेडी, UPP, राष्ट्रपति सम्मान से सम्मानित प्रो एसडी शर्मा, राज्य आंदोलनकारी कमला जोशी, विशाल चौहान, छात्र संघ अध्यक्ष पंकज कार्की, रुचि कुटोला छात्रा उपाध्यक्ष, मनोज पांडे, दीपक आर्या, मनोहर सिंह नेगी, दयाकृष्ण कांडपाल, देवेंद्र मेहता, गोपाल भट्ट सहित तमाम लोग मौजूद रहे।

100 दिनों के संघर्ष की बताई कहानी

इस मौके पर राष्ट्रनीति प्रमुख विनोद तिवारी ने अपने 100 दिनों तक जारी धरने की संघर्ष की कहानी बताई। जिसे सुन तमाम लोग भावुक हो गए। उन्होंने संघर्ष जारी रखने का वचन दिया। वहीं बाबी पवार ने अल्मोड़ा में उमड़ी भीड़ को ऐतिहासिक बताया। धरने को समर्थन देने के लिए देहरादून से अल्मोड़ा आने की बात कही। कार्यक्रम के अध्यक्ष अजय जोशी ने सभी का आभार जताया। इधर कांग्रेस नेता बिट्टू कर्नाटक द्वारा भी आंदोलन को समर्थन दिया गया।

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