कुमाऊं में प्राइमरी से उच्च शिक्षा तक विषय बने ‘कुमाऊंनी भाषा’

अल्मोड़ा में आयोजित गोष्ठी में उठाई मांग, प्रस्ताव पारित बेहतर लेखनी पर रचनाकार पुरस्कृत, पुस्तक का विमोचन सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ाः कुमाऊंनी भाषा, साहित्य एवं संस्कृति…

कुमाऊं में प्राइमरी से उच्च शिक्षा तक विषय बने 'कुमाऊंनी भाषा'

अल्मोड़ा में आयोजित गोष्ठी में उठाई मांग, प्रस्ताव पारित

बेहतर लेखनी पर रचनाकार पुरस्कृत, पुस्तक का विमोचन

सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ाः कुमाऊंनी भाषा, साहित्य एवं संस्कृति प्रचार समिति एवं कुमाऊंनी मासिक पत्रिका ‘पहरू’ के संयुक्त तत्वावधान में ‘नई शिक्षा नीति व कुमाऊंनी भाषा’ विषयक विचार गोष्ठी यहां नगर पालिका सभागार में आयोजित की गई। जिसमें गहन मंथन कर कुमाऊं मंडल में प्राइमरी कक्षाओं से लेकर उच्च शिक्षा यानी एमए तक कुमाऊंनी भाषा को एक विषय रूप में संचालित करने और अविलंब हर कक्षा के लिए कुमाऊंनी भाषा का पाठ्यक्रम तैयार करने की पुरजोर मांग का प्रस्ताव पारित किया गया।

भाषा विकास को काम कर रही सरकारः शर्मा

गोष्ठी में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए पूर्व विधायक व भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष कैलाश शर्मा ने कहा कि उत्तराखंड सरकार क्षेत्रीय भाषाओं के विकास के लिए काम कर रही है। उन्होंने विश्वास दिलाया कि साहित्य व संस्कृति कर्मियों की मांगों की पूर्ति करने में वे हरसंभव साथ खड़े रहेंगे। उन्होंने पूरे कुमाऊंनी समाज के लोगों से अपनी बोलचाल में कुमाऊंनी भाषा का अधिकाधिक प्रयोग करने का आह्वान कियां गोष्ठी में डॉ. रमेश पांडे ‘राजन’, बलवंत सिंह बिष्ट, डॉ. केसी जोशी ‘ताजी’, डॉ. देव सिंह पोखरिया, पीसी तिवारी, आनंद सिंह बिष्ट, डॉ. पवनेश ठकुराठी, अनूप तिवारी सहित कई वक्ताओं ने विचार रखे जबकि लोकगायक दीवान कनवाल ने कर्णप्रिय कुमाऊंनी गीत सुनाए।

रचनाकारों को किया पुरस्कृत

गोष्ठी में ‘पहरू’ पत्रिका की ओर से कुमाऊंनी में अलग-अलग विधाओं में बेहतर लेखन के लिए संबंधित रचनाकारों को पुरस्कार बांटे गए। इसमें महेश प्रसाद टम्टा को ‘बचुली देवी रावत स्मृति बाल कहानी लेखन पुरस्कार’, आनंद सिंह बिष्ट को ‘शंकर लाल साह स्मृति निबंध लेखन पुरस्कार’, डॉ. पवनेश ठकुराठी को ‘लोकमणी भट्ट स्मृति शब्दचित्र लेखन पुरस्कार, ‘अरूण कुमार भट्ट स्मृति रिपोर्ताज लेखन पुरस्कार’, ‘जमुना देवी स्मृति ब्यंग लेखन पुरस्कार’ व ‘भारतेंदु निर्मल जोशी स्मृति समालोचना लेखन पुरस्कार’ प्रदान किया गया।

कहानी संग्रह का विमोचन

इस मौके पर कुमाऊंनी कहानीकार अनूप तिवारी द्वारा लिखित कुमाऊंनी कहानी संग्रह ‘भूक’ का विमोचन किया गया। गोष्ठी की अध्यक्षता एडवोकेट जमन सिंह बिष्ट व संचालन डॉ. हयात सिंह रावत ने किया। जिसमें आनंद सिंह बगड्वाल, तफज्जुल खान, डॉ. जेसी दुर्गापाल, गोपाल सिंह रावत, अमर सिंह कार्की, दुर्गा लाल, शंकर दत्त भट्ट, आनंद सिंह सतवाल, धु्रव कुमार टम्टा, एलके पंत, त्रिभुवन गिरि, केबी पांडेय, कैलाश चंद्र बिनवाल, प्रकाश पांडे, राजेन्द्र रावत, गंगा सिंह फर्त्याल, दयानंद कठैत, भुवन चंद्र मिश्रा, डॉ. निर्मल कुमार पंत, महेश प्रसाद टम्टा, हयात सिंह गैड़ा, रमेश बहुगुणा, डॉ. ललित जलाल, गोकुल बिष्ट, शिवदत्त पांडे, गोपाल सिंह गैड़ा, विनोद कुमार जोशी, उमा तिवारी, जसोद सिंह बिष्ट, कृपाल सिंह शीला, कमल नयन, पान सिंह बिष्ट, चंद्रमणि भट्ट, ललित तुलेरा सहित कई लोग मौजूद रहे।

One Reply to “कुमाऊं में प्राइमरी से उच्च शिक्षा तक विषय बने ‘कुमाऊंनी भाषा’”

  1. कृपया इनका संपर्क सूत्र दें, मैं सहयोग करना चाहता हूँ।

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