सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा
बंपर नौकरियों के ऑफर, सरकारी नौकरियां, डायरेक्ट भर्ती जैसे लुभावने विज्ञापनों के माध्यम से हजारों बेरोजगारों को ठगने का कार्य लंबे समय से चल रहा है। ऐसा ही कुछ इन दिनों अल्मोड़ा में देखने में आ रहा है, जहां दीवारों में रिलायंस जियो के नाम से पोस्टर जगह—जगह चस्पाये गये हैं। वस्तुस्थिति यह है कि इस तरह की कोई भी नियुक्ति कंपनी की ओर से जारी नही की गई है।
इस मामले का खुलासा समाजिक कार्यकतौ संजय पांडे ने किया है। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में हजारो लोग बेरोजगार हो गये हैं और अब रोजगार के नाम पर ठगी आऱम्भ हो गई है। उन्होंने बताया कि अल्मोड़ा बाजार में विभिन्न कंपनियों में नियुक्ति के नाम पर ठगी चल रही है। ताजा मामला यह है कि बाजार व सार्वजनिक स्थलों में लगाये ये पोस्टरों में दावा किया गया है कि जियो रिलांयस 4 जी टावर कंपनी में लड़के—लड़कियों की आवश्यकता है। जिन्हें ब्लॉक व जिले के आधार पर नियुक्ति दी जायेगी। वेतनमान 12 हजार 500 से 24 हजार 500 बताया गया है। ताजा खबरों के लिए WhatsApp Group को जॉइन करें 👉 Click Now 👈
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इस पोस्टर के फर्जी होने का पता सबसे पहले तो इसी से पता चल जाता है कि इसमें कहीं भी प्रिंट लाइन दर्ज नही है, जिसमें यह बताया गया हो कि विज्ञापन के यह पोस्टर किस प्रिंटिंग प्रेस में छपे हैं, जो कि एक अपराध की श्रेणी में भी आता है। दूसरी चीज जो साफ दिखाई दे रही है वह यह है कि पोस्टर की भाषा शैली ही ऐसी है, जिससे जाहिर होता है कि यह किसी कम पड़े—लिखे व्यक्ति ने तैयार किया है।
जहां पद शीर्षक दर्शाया गया है, वहां शैक्षिक योग्यता की बात लिखी जा रही है और जहां योग्यता है, वहां पदों का विवरण दिया जा रहा है। पद भी देख लीजिए क्या हैं ? जैसे की डीजल सप्लायर, सुपरवाइजर, साइड इंचार्ज, आपरेटर, फील्ड आफिसर, फीडर व असिस्टेंट मैनेजर। इसके बाद बेरोजगारों को लुभाने के लिए लिखा है कि रहना—खाना सब फ्री होगा।
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सामाजिक कार्यकर्ता संजय पाण्डे ने बताया कि उन्हें पोस्टर देखते ही इसको लेकर शक हो गया। जिसके बाद उन्होंने सीधे संबंधित कंपनियों के उच्चाधिकारियों से फोन पर सम्पर्क किया तो पता चला कि उन कंपनी की ओर से ऐसी किसी भी पोस्ट पर भर्ती नही हो रही है। ताजा खबरों के लिए WhatsApp Group को जॉइन करें 👉 Click Now 👈
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उनकी बकायदा इस संबंध में रिलांयस के लखनऊ स्थित हेड आफिस में स्टेट हेड हितेश से बातचीत हुई, जिन्होंने बताया कि कंपनी इस तरह से नियुक्तियां जारी नही करती है। जो भी जानकारी होती है वह राष्ट्रीय समाचार पत्रों अथवा कंपनी की वेबसाइट में उपलब्ध कराई जाती है। संजय पांडे ने कहा कि इस संबंध में उन्होंने एलआईयू के अधिकारियों को भी जानकारी दे दी है। उन्होंने बेरोजगारों से अपील की है कि वह फर्जी विज्ञापनों के झांसे मे ना आयें। साथ ही स्थानीय प्रशासन से भी इस तरह के फर्जी नियुक्ति संबंधी पोस्टर चस्पाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है।