सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर
अपर निदेशक पशुपालन डॉ बीसी कर्नाटक ने कहा कि पशुपालन पहाड़ की अर्थव्यवस्था की रीढ़ है। इसलिए पशुओं को रोगों से बचाने के लिए टीकाकरण बेहद जरूरी है। उन्होंने जनपद के पशुचिकित्सकों के एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला में यह बात कही।
पशुपालन विभाग कुमाऊं मंडल की अध्यक्षता में राष्ट्रीय पशु रोग नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत ब्रूसेला टीकाकरण पर एक दिवसीय कार्यशाला/प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में जिला विकास अधिकारी केएन तिवारी ने विशिष्ट अतिथि के रूप में प्रतिभाग किया। कार्यशाला में उप मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. कमल पंत ने पीपीटी के माध्यम से प्रतिभागियों को ब्रूसेला बीमारी व टीकाकरण के बारे में विस्तृत जानकारी दी। मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. उदय शंकर के द्वारा ब्रूसेला टीकाकरण अभियान को सफल बनाने में विभिन्न टीमों को सावधानी पूर्वक टीकाकरण करने एवं ब्रूसेला टीकाकरण की एसओपी का अक्षरशः पालन करने के लिए निर्देशित किया।
कार्यक्रम में अपर निदेशक कुमाऊं मंडल डॉ. बीसी कर्नाटक द्वारा सभी प्रतिभागियों से परिचय प्राप्त किया एवं प्रतिभागियों का स्वागत किया। व जनपद में टीकाकरण को सफल बनाने के लिए शुभकामनाएं दी। कार्यक्रम में डॉ. कमल तिवारी, डॉ. पेनी आर्य, डॉ. सुनीता, डॉ. विनीता, डॉ. विजय कुमार, डॉ. तेजेंद्र राणा व पशुधन प्रसार अधिकारी रमेश कार्की, भास्कर जोशी, हरीश मौलेखी, नवीन भट्ट आदि ने सहयोग किया। इसके अलावा कार्यक्रम में गरुड़ से नरेश कुमार, कपकोट से शशेर सिंह, नीरज सिंह आदि प्रगतिशील पशुपालकों, पैरावेट, बायफ कृत्रिम गर्भाधान कार्यकर्ताओं सहित कुल 62 प्रतिभागियों ने प्रतिभाग किया।